विमानन सेवा देने वाली कंपनी इंडिगो अपने 10 फीसदी वर्कफोर्स की छंटनी करेगी. कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रणजय दत्ता ने सोमवार, 20 जुलाई को कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से पैदा हुए आर्थिक संकट के चलते कंपनी को यह फैसला लेना पड़ा.
दत्ता ने कहा, ‘‘मौजूदा हालात में कंपनी को चलाते रहने के लिए बिना कुछ बलिदान दिए इस आर्थिक संकट से निपट पाना नामुमकिन हो गया है. हर संभव उपाय पर गौर करने के बाद यह साफ हो गया है कि हमें अपने वर्कफोर्स में 10 फीसदी की कमी करने का पीड़ादायक फैसला लेने की जरूरत होगी.’’
इंडिगो के कर्मचारियों की संख्या की बात करें तो 31 मार्च 2019 को ये 23531 थी.
एयर इंडिया की एलडब्ल्यूपी की योजना
राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया ने भी कहा है कि उसकी वित्तीय स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण है. कंपनी बिना वेतन अवकाश (एलडब्ल्यूपी) की योजना बना रही है. उसका कहना है कि यह योजना कर्मचारियों और प्रबंधन दोनों के लिए लाभ की स्थिति है.
एयर इंडिया ने हाल ही के एक बयान में कहा कि यह योजना मुख्य रूप से ‘स्वैच्छिक आधार’ पर कर्मचारियों को एलडब्ल्यूपी पर भेजने से संबंधित है. इससे पहले एयरलाइन ने मंगलवार को आंतरिक आदेश जारी कर सभी विभागीय प्रमुखों और क्षेत्रीय निदेशकों से इस योजना के लिए कर्मचारियों की पहचान करने को कहा था. छांटे गए कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से 5 साल के लिए एलडब्ल्यूपी पर भेजा जाएगा.
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