चीन के स्मार्टफोन ओपो को भारत में रिटेल स्टोर खोलने की मंजूरी मिल गई है. यानी अब कंपनी अपने रिटेल स्टोर से सीधा कस्टमर्स को मोबाइल बेच सकेगी. सरकार ने सिंगल ब्रांड रिटेल सेक्टर में FDI के 5 प्रस्तावों को मंजूरी दी है, इसमें चीन की ये स्मार्टफोन कंपनी भी शामिल है.
बता दें कि ओपो पहली विदेशी स्मार्टफोन मैन्युफेक्चरिंग कंपनी है जिसने ये क्लियरेंस हासिल किया है, दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन मार्केट में ओपो की सेंध से इसे दूसरी कंपनियों के मुकाबले बढ़त हासिल होगी.
हालांकि, इस क्लियरेंस के साथ शर्त ये है कि कंपनी को 30 फीसदी प्रोडक्ट स्थानीय स्तर पर तैयार करना होगा. ओपो के लिए सुनाया गया ये फैसला श्याओमी और वीवो जैसी चीनी कंपनियों के लिए भी पॉजिटीव मैसेज है, ये कंपनियां भी भारत के रिटेल मार्केट में पैर पसारने के फिराक में जुटी हुई हैं.
BBK इलेक्ट्रॉनिक्स फर्म की कंपनी है ओपो
आपको जानकार हैरानी हो सकती है कि ओपो, वीवो, वनप्लस और इमो ये चारों कंपनियां चीनी स्मार्टफोन फर्म BBK इलेक्ट्रॉनिक्स की ही हैं. ये फर्म साल 2017 के अंत तक दिल्ली में ही स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने की तैयारी में है. ओपो, ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन टेक्नॉलजी की भी पार्टनर है जो भारत में आईफोन के एसेंबलिंग का काम करती है.
भारतीय स्मार्टफोन बाजार में चीनी कंपनियों का दबदबा
हाल ही में जारी मार्केट रिसर्च फर्म इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन (IDC) के मुताबिक, देश के स्मार्टफोन सेक्टर में चीनी कंपनियों का दबदबा कायम है. दूसरी तिमाही में 54 फीसदी मार्केट शेयर श्याओमी, वीवो, ओपो जैसी चीनी कंपनियों का रहा.
कुल मार्केट का 8 फीसदी शेयर ओपो के पास है, अब इस फैसले के बाद ओपो की रफ्तार और तेज हो सकती है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)