8 कोर सेक्टर इंडस्ट्रीज की ग्रोथ को बड़ा झटका लगा है. फरवरी महीने में ग्रोथ में पिछले 6 महीनों की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है. कोर इंडस्ट्री की ग्रोथ जनवरी महीने में 0.9% से गिरकर -4.6% हो गई है. वहीं अप्रैल-फरवरी तिमाही में कोर इंडस्ट्री ग्रोथ -8.3% रही है. इसकी वजह से चिंता सताने लगी है कि इंडस्ट्री की रिकवरी को लेकर जो अनुमान लगाया जा रहा है, असल रिकवरी की रफ्तार उससे धीमी हो सकती है. पिछले 2 महीने से कोर सेक्टर ग्रोथ में धीमी लेकिन तेजी जरूर दिख रही थी.
सभी कोर इंडस्ट्रीज में गिरा प्रोडक्शन
कॉमर्स और इंडस्ट्री मंत्रालय के 31 मार्ट को जारी डेटा के मुताबिक आठों कोर (इंडस्ट्रीज कोल, क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस, फर्टिलाइजर, स्टील, सीमेंट, इलेक्ट्रिसिटी, रिफाइनरी प्रोडक्ट) में प्रोडक्शन गिरा है. फैक्टरी आउटपुट में इस बड़ी गिरावट के बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि इंडस्ट्री की रिकवरी सुस्त रह सकती है.
8 कोर इंडस्ट्री का ग्रोथ डेटा इसलिए अहम है क्यों कि इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में कोर इंडस्ट्री का करीब 40% का योगदान है. इसलिए कोर इंडस्ट्री की चाल से ओवरऑल इकनॉमी का हाल-चाल पता चलता है.
फरवरी में कोल आउटपुट--4.4%
फरवरी में क्रूड ऑयल -3.2%
फरवरी में नेचुरल गैस -1%
फरवरी में फर्टिलाइजर -3.7%
फरवरी में स्टील -1.8%
फरवरी में सीमेंट -5.5%
फरवरी में इलेक्ट्रिसिटी -0.2%
फरवरी में रिफाइनरी प्रोडक्ट -10.9%
सीमेंट और स्टील प्रोडक्शन का डेटा काफी अहम
कोर सेक्टर में भी सीमेंट और स्टील से ही औद्योगिक गतिविधि की दिशा का अंदाजा लगता है. स्टील और सीमेंट का प्रोडक्शन बढ़ने से ये साफ हो जाता है कि इससे जुड़ी हुई दूसरी इंडस्ट्री में भी मांग बढ़ेगी. फरवरी महीने में सीमेंट प्रोडक्शन करीब -5.5 परसेंट रहा है. वहीं स्टील प्रोडक्शन में भी कॉन्ट्रैक्शन देखने को मिला है.
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