अमेरिका की सबसे बड़ी ऑटो कंपनी जनरल मोटर्स ने भविष्य में एमिशन फ्री कारों की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. जीएम 2023 तक इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के 20 मॉडल बाजार में उतारेगी.
जीएम बैटरी और हाइड्रोजन फ्यूल सेल पर आधारित कारों के मॉडल लाएगी. हाइड्रोजन फ्यूल सेल वाली कारें भी बिजली पर ही चलती हैं.
कंपनी के ग्लोबल प्रोडक्ट डेवलपमेंट के एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट मार्क रयूस के मुताबिक,
जीएम इस बात में यकीन करती है कि भविष्य प्रदूषण करने वाली कारों से आजाद होगा, इसमें सभी कारें इलेक्ट्रिसिटी पर आधारित होंगी. हालांकि ये नहीं बताया जा सकता कि कब मार्केट में ऐसी स्थिति आएगी कि सभी नई कारों में इलेक्ट्रिक इंजन होगा. अभी टेक्नोलॉजी को इम्प्रूव होने की जरूरत है, ज्यादा चार्जिंग स्टेशन बनाए जाने हैं.मार्क रयूस
शेवरले भी अगले 18 महीनों में इलेक्ट्रिक कारों के दो मॉडल ला रही है. इस कंपनी की इलेक्ट्रिक कार 'बोल्ट' पहले ही बाजार में मौजूद है.
शेवरले के बोल्ट मॉडल की अमेरिका में शुरुआत धीमी रही है. अभी तक इससे कंपनी मुनाफे में नहीं आ पाई है. शेवरले ने मार्केट में इस मॉडल की 12 हजार कारें उतारी थीं.
इसके बावजूद जीएम ने दोगुनी संख्या में इलेक्ट्रॉनिक कारें उतारने का फैसला लिया है. एक बार फुल चार्ज होने पर बोल्ट 238 किलोमीटर तक चलती है.
आज सभी देशों में कार्बन एमिशन पर नियम कड़े होते जा रहे हैं. जैसे चीन में 2030 के बाद कार्बन एमिशन पर रेगुलेशन कैप लगाने की बात कही जा रही है. चीन, जीएम का सबसे बड़ा मार्केट है.
इसी तरह 2022 तक इलेक्ट्रिक कारों के 50 नए मॉडल आने की संभावना है. Daimler AG और वोक्सवॉगन जैसे प्लेयर भी इस सेगमेंट में उतर रहे हैं. वैक्यूम क्लीनर बनाने के लिए मशहूर कंपनी ब्रिटिश कंपनी जेम्स डॉयसन भी इलेक्ट्रिक कार के एरिया में एंट्री ले रही है.
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