ओमिक्रॉन (omicron) और कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी में हर कोई जुटा हुआ है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बड़े पैमाने पर संक्रमित मरीजों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस वरदान साबित हुआ था. लेकिन दूसरी तरफ बीमा कंपनियों को लंबा चौड़ा क्लेम भी देना पड़ा था. ऐसे में तीसरी लहर की सुगबुगाहट के बीच बीमा कंपनियों ने अपने प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ा दिए हैं. जाहिर है, अगर तीसरी लहर का कहर बढ़ता है तो लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसीज (Life Insurance Policies) लेनेवाले लोगों को ज्यादा प्रीमियम भरना पड़ सकता है.
तीसरी लहर से पहले लाइफ इंश्योरेंस पॉलीसियां महंगी
दरअसल इंश्योरेंस पॉलिसियों पर महंगाई की मार प्रीमियम पर सबसे ज्यादा पड़ी है. इसमें भी टर्म इंश्योरेंस के रेट सबसे ज्यादा बढ़े हैं. टर्म इंश्योरेंस बीमा कंपनियों के लिए ऐसा सेग्मेंट है, जहां कंपनियों के सबसे ज्यादा पैसे खर्च होते हैं. जाहिर है, कंपनियों ने कोरोना की दूसरी लहर से सबक लेते हुए इन्हीं टर्म लोन की दरों को सबसे पहले टार्गेट करना शुरू किया है. और देखते ही देखते तकरीबन सभी कंपनियों ने अपने प्रीमियम की दरों को बढ़ा दिया है. लेकिन ट्रेंड के खिलाफ केवल LIC ही एक ऐसी कंपनी है, जिसने अपने रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. बीते तीन सालों से LIC की दरें स्थिर हैं.
SBI से शुरू हुआ प्रीमियम दरें बढ़ाने का क्रम
इस रेट को बढ़ाने की सबसे पहले शुरुआत SBI से शुरू हुआ था. SBI Life की प्रीमियम की दरों में जबदरस्त बढ़ोत्तरी देखी गई है. SBI Life का प्रीमियम मार्च 2020 में जहां 15,070 रुपए था वही प्रीमियन जनवरी 2022 आते आते बढ़कर 17,495 रुपए हो गया. मतलब साफ है इसकी प्रीमियम की दरों में 2,425 की बढ़त दर्ज की गई है.
इस कड़ी में अकेले SBI ही नहीं और भी कई कंपनियां हैं जिसकी दरें महंगी हुई हैं. हां, ये जरूर है कि किसी कंपनी की दरें कम और किसी की ज्यादा बढ़ी हैं. ये बढ़त लगभग सभी कंपनियों के लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम की दरों में देखी जा सकती है. बीते साल कोरोना की दूसरी लहर के दौरान प्रीमियम की दरों में हालांकि कोई बदलाव नहीं देखा गया था.
लेकिन तीसरी लहर की खबरों के बीच कंपनियों ने भी अपनी तैयारियां प्रीमियम दरों को बढ़ाकर करना शुरू कर दिया है. न केवल प्रीमियम की दरें बढ़ाई गई हैं बल्कि कोरोना के बीते अनुभवों को ध्यान में रखते हुए कंपनियों ने नियम और शर्तों की परिभाषाओं को भी कड़ा कर दिया है. लेकिन इन सब के बीच बीमा कंपनियां ये दावा भी करती हैं कि भारत ही ऐसी जगह है जहां टर्म लाइफ इंश्योरेंस की दरें दूसरे देशों के मुकाबले काफी किफायती हैं.
15 प्रतिशत तो सबने बढ़ाया है
एक दूसरे को देखा देखी कंपनियां काम करती हैं. प्राइवेट कंपनियों में तो ये और ज्यादा होता है. निजी बीमा कंपनियों की लिस्ट को खंगाला जाए तो देखने में आता है कि लगभग सभी कंपनियों ने कम से कम 15 प्रतिशत और उससे ज्यादा की दरें बढ़ाई हैं. जिन प्राइवेट कंपनियों में सबसे ज्यादा दरें बढ़ोतरी देखी गई हैं उनमें HDFC Life, ICICI Prudential, SBI Life, MaxLife जैसी दिग्गज कंपनियों के नाम है.
SBI life की तरह HDFC Life में भी प्रीमियम दरें मार्च 2020 में जहां 12,478 थीं वो जनवरी 2022 में बढ़कर 16,207 रुपए पर जा पहुंची. यानी 3,729 रुपए तक बढ़ा दिए हैं. यह SBI Life के मुकाबले भी कहां ज्यादा है. कंपनी ने प्लान प्रीमियम में भी 30 प्रतिशत की बढ़त की है. इसी तरह ICIC Prudential में भी दरों में बढ़ोतरी की है. यहां मार्च 2020 में प्रीमियम की कीमत 12,502 रुपए था वहीं जनवरी 2022 में ये बढ़कर 17,190 कर दिया गया.
सबसे अधिक किसका बढ़ा प्रीमियम
बाजार में सबसे ज्यादा सब्सक्राइब किया जानेवाला इंश्योरेंस प्लान SBI Life का माना जाता है. इसके प्रीमियम में 16 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई है.SBI के बाद Max Life के प्रीमियम में बढ़त देखी जा सकती है जहां मार्च 2020 में कंपनी के प्रीमियम की दरें 10,148 रुपए था वह 1710 रुपए बढ़कर जनवरी 2022 में 11,858 रुपए कर दिया गया है. Max Life के प्रीमियम में 17 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है. लेकिन राहत की बात ये है कि सरकारी कंपनी LIC ने अपने टर्म प्लान की दरों में कोई बदलाव अब तक नहीं किया है. मार्च 2020 में LIC टर्म प्लान की दर 14,122 रुपए थी वह आज भी उसी दर से उपलब्ध कराया जा रहा है. ICICI Prudential ने सबसे ज्यदा 38 फीसदी तक दरें बढ़ा दी हैं. HDFC Life का नंबर इसके बाद लगता है.
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