अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स ने भारत की क्रेडिट रेटिंग बरकरार रखी है. एजेंसी के मुताबिक भारत की रेटिंग BBB- बरकरार है. साथ ही आउटलुक स्थिर है. उम्मीद थी, मूडीज की ओर से रेटिंग बढ़ाने के बाद एस एंड पी भी रेटिंग में इजाफा करेगी लेकिन उसने पिछली रेटिंग ही बरकरार रखी. हालांकि यह रेटिंग पिछले दो साल के दौरान सरकार के आर्थिक सुधारों पर मुहर लगा रही है.
एस एंड पी ने रेटिंग भले न बढ़ाई हो लेकिन उम्मीद जताई है कि आने वाला समय भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा होगा. अगले दो साल यानी 2018 से 2020 के बीच इकोनॉमी में मजबूत सुधार होंगे. इसके अलावा विदेशी मुद्रा कोष में बढ़ोतरी जारी रहेगी.
वैसे रेटिंग न बढ़ने से निवेशकों को निराशा हुई है. इससे शेयर बाजार को झटका लग सकता है. पिछले सात सत्रों से शेयर बाजार में बढ़ोतरी हुई है. लेकिन एस एंड पी की रेटिंग से इसे ब्रेक लग सकता है.
पिछले सप्ताह रेटिंग एजेंसी मूडीज ने 13 साल में पहली बार भारत की रेटिंग बढ़ा कर सरकार का मूड अच्छा कर दिया था . एस एंड पी से भी ऐसी ही उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मूडीज ने 13 साल में पहली बार भारत की रेटिंग बढ़ाई थी. मूडी की ओर रेटिंग बढ़ाने पर आर्थिक मोर्चे पर आलोचना झेल रही सरकार को बड़ी राहत मिली थी. रेटिंग एजेंसी ने आर्थिक सुधारों को अच्छे नंबर देते हुए भारत की बॉन्ड रेटिंग BAA3 से बढ़ाकर BAA2 कर दी थी. जबकि रेटिंग आउटलुक 'स्टेबल' रखा था.
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