रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी ऐलान के एक दिन बाद ही 07 फरवरी को देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी ब्याज दरों में कटौती की है. एसबीआई ने अपना मार्जिनल कॉस्ट लैंडिंग रेट (MCLR) घटाया है, जिससे अब आपकी EMI में हल्की राहत मिलेगी. लेकिन एक और खबर है जो फिक्स डिपॉजिट वालों को थोड़ा निराश कर सकती है. SBI ने अपने फिक्स डिपॉजिट पर भी ब्याज दरों में कटौती की है.
बैंक ने घोषणा कि मार्जिनल कॉस्ट लैंडिंग रेट में 5 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई है. ये कटौती 10 फरवरी से लागू होगी. बदलाव के बाद सालाना MCLR 7.90 से घटकर 7.85% पर आ गया है.
बैंकों को कर्ज जुटाना सस्ता
बैंक ने MCLR में यह कटौती रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के नतीजों की घोषणा के एक दिन बाद की है. रिजर्व बैंक ने बैठक के बाद गुरुवार को रेपो रेट 5.15 परसेंट पर बरकरार रखा था. हालांकि केंद्रीय बैंक ने एक लाख करोड़ रुपये तक की राशि के लिए लॉन्ग टर्म रेपो की घोषणा की. इससे कमर्शियल बैंकों के लिये कर्ज जुटाना सस्ता हो गया.
फिक्स डिपॉजिट पर भी घटा ब्याज
एसबीआई ने कहा कि उसने बैंकिंग प्रणाली में लिक्विडिटी की अधिकता को देखते हुए दो करोड़ रुपये से कम के रिटेल जमा तथा दो करोड़ रुपये से अधिक के फिक्स डिपॉजिट की ब्याज दरों में भी एडजस्टमेंट किया है. खुदरा जमा के लिये ब्याज दर में 0.1 से 0.5 प्रतिशत तक की तथा थोक जमा में 0.25 प्रतिशत से 0.50 प्रतिशत तक की कटौती की गयी है. नयी दरें 10 फरवरी से प्रभावी हैं.
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