एयरलाइंस के विज्ञापनों में भले ही आपसे सस्ते टिकट और हवाई सफर की बातें की जाती हों, लेकिन अब फ्लाइट में फैमिली के साथ सफर करना महंगा होने वाला है. अगर आपने एयरलाइंस वालों से पूरे परिवार को एक जगह बिठाने की गुजारिश की तो इस सुविधा के लिए वो आपसे भारी चार्ज लेने वाले हैं.
इस सीट सेलेक्शन फी या फैमिली फी कहा जाता है. ये फी तकरीबन 8 साल से है लेकिन अब इसे पूरी तरह से लगाू किया जा रहा है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक एयर इंडिया ने मई से ही ये चार्ज लगा रही है और जेट एयरवेज ने भी सीट सेलेक्शन फी लेना शुरू कर दिया है.
अगर आप परिवार के 3 लोगों के साथ मुंबई से लंदन जा रहे हैं और एकसाथ बैठना चाहते हैं तो आपको एयर इंडिया की फ्लाइट में 9 हजार रुपए सिर्फ एकसाथ बैठने के लिए देने होंगे. और अगर आरामदेह मतलब ज्यादा लेगरूम वाली सीट चाहिए तो 10 हजार 500 रुपए भरने के लिए तैयार रहिए.
12 दिसंबर को ट्रैवल एजेंट्स को सर्कुलर भेज दिया गया है, जिसमें नए दरों का जिक्र है.
दरअसल ये पूरी कवायद ज्यादा कमाई के लिए की जा रही है, DGCA ने बैगेज और कैंसिलेशन फी पर लगाम लगाई तो अब कमाई बढ़ाने के लिए एयरलाइंस कंपनियों ने ये जरिया अपनाया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक एयर इंडिया ने अभी तक अपनी वेबसाइट पर इस बाबत कोई जानकारी नहीं डाली है, सीट सेलेक्शन की दरों को पब्लिक नहीं किया गया है. यूएस के लिए ब्लैंकेट के साथ वाली सीट 3500 रुपए ज्यादा महंगी है, और यूके की फ्लाइट के लिए 3000 रुपए ज्यादा भरने होंगे.
DGCA को ये पता लगाना होगा कि दूसरे देशों में एयरलाइंस कंपनियां सीट सेलेक्शन पर कितना चार्ज करती हैं. लेकिन अभी तक ऐसी कोई जानकारी मिली नहीं है और इसलिए रिवाइज्ड गाइडलाइन जारी नहीं हुए हैं. एयरलाइंस कंपनियों को अपने वेबसाइट पर यात्रियों के लिए इस अतिरिक्त किराए की जानकारी देनी चाहिए- सुधाकर रेड्डी, एयर पैसेंजर एसोसिएशन.
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