यस बैंक आज शाम 6 बजे से पूर्ण रूप से अपनी बैंकिंग सेवा फिर से शुरू करेगा. बैंक ने 16 मार्च को ऐलान किया था कि 18 मार्च शाम 6 बजे से यस बैंक की सभी 1132 शाखाएं सामान्य रूप से पहले की तरह अपनी सेवाएं देने लगेंगी. बैंक ने यह जानकारी ट्वीट कर दी थी-
यस बैंक 18 मार्च शाम 6 बजे से सभी सेवाएं पहले की तरह शुरू कर देगा. ग्राहक हमारे 1132 ब्रांचों में से किसी भी ब्रांच पर निराश नहीं होंगे. इसके अलावा, डिजिटल सर्विसेज और प्लेटफॉर्म्स पर किसी तरह की निराशा नहीं होगी.
RBI ने यस बैंक पर तमाम अंकुश लगाते हुए बैंक के जमाकर्ताओं के लिए 3 अप्रैल तक निकासी की सीमा 50,000 रुपये तय कर दी थी. RBI ने बैंक के निदेशक मंडल को भी भंग कर दिया था. SBI के पूर्व उप प्रबंध निदेशक और मुख्य वित्त अधिकारी प्रशांत कुमार को बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया था.
नकदी के संकट से जूझ रहे यस बैंक में अब तक इक्विटी खरीदने वाले घरेलू वित्तीय संस्थानों को प्राइवेट बैंक की रिस्ट्रक्चरिंग स्कीम के तहत अप्रत्याशित लाभ हुआ. सात प्राइवेट बैंक और सार्वजनिक क्षेत्र के तहत आने वाले भारतीय स्टेट बैंक ने 10 रुपये मूल्य (दो रुपये अंकित मूल्य और आठ रुपये प्रीमियम) पर यस बैंक के 1,000 करोड़ शेयर खरीदकर बैंक में 10,000 करोड़ रुपये डाले. मंगलवार को बैंक के शेयर की कीमत 58.65 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ.
क्या है यस बैंक का संकट मामला?
बता दें कि यस बैंक ने कई बड़ी कंपनियों को अंधाधुन लोन बांटे, जिससे उसका एनपीए और बैड लोन बढ़ गया. इसी को देखते हुए आरबीआई की सिफारिश पर भारी वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया. इस प्रतिबंध के बाद बैंक का कोई भी खाताधारक अपने अकाउंट से 50 हजार रुपये से अधिक रकम नहीं निकाल सकता. यस बैंक के प्रोमोटर राणा कपूर ईडी की हिरासत में हैं. कपूर पर देवन हाउसिंग फायनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DHFL) से संबधित मनी लॉन्ड्रिंग की साजिश में शामिल होने का आरोप है.
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