देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अब लोगों को घरों में भी मास्क पहनने का वक्त आ गया है. वहीं, एम्स के डायरेक्टर ने कोविड हालात पर कहा कि देश में गैरजरूरी पैनिक क्रिएट किया जा रहा है, और लोग बिना लक्षण के भी अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं, जिससे जरूरी मरीज भर्ती नहीं हो पा रहे हैं.
‘गैरजरूरी पैनिक से हो रही भीड़’
स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एम्स डायरेक्टर ने कहा कि गैरजरूरी पैनिक से अस्पतालों के बाहर भीड़ इकट्ठा हो रही है और दवाइयों और ऑक्सीजन की कमी हो गई है.
“लोगों में पैनिक है, और इससे अच्छा होने की बजाय बुरा ही हो रहा है. जिन लोगों का ऑक्सीजन लेवल ठीक है और उनमें लक्षण नहीं हैं, वो भी अस्पताल में भर्ती होने का सोचने लगते हैं, जिससे अस्पताल के बाहर भीड़ हो जाती है और गंभीर मरीजों को इलाज नहीं मिल पाता.”डॉ गुलेरिया, एम्स डायरेक्टर
डॉ गुलेरिया ने कहा कि इस कारण कई लोग दवाइयों और ऑक्सीजन को भी होर्ड कर के रख रहे हैं, जिससे मार्केट में कमी हो रही है.
घर पर भी मास्क लगाना जरूरी
कोरोना की दूसरी लहर में अब घर में भी मास्क लगाना जरूरी हो गया है. कॉन्फ्रेंस में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने मास्क पहनने के महत्व पर जोर देकर कहा,
“अगर परिवार में कोई पॉजिटिव केस है, तो उसका घर में भी मास्क पहनना जरूरी है, क्योंकि घर में दूसरों को संक्रमण हो सकता है. मैं यहां तक कहूंगा कि अब घर में मास्क पहनने का वक्त आ गया है.”
गृह मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी ने बताया कि भारत विदेशों से ऑक्सीजन टैंकरों को मंगा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि महाराष्ट्र, यूपी, कर्नाटक, केरल, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात और तमिलनाडु में एक लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं. इसमें पहले नंबर पर महाराष्ट्र है, जहां कोविड के 7 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं.
वैक्सीनेशन स्टेटस पर संयुक्त सचिव ने बताया कि अब तक देश में 14.19 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है.
- 45 साल से ऊपर के लोग: 9.79 करोड़ को पहली डोज, 1.03 करोड़ को दोनों डोज
- हेल्थ केयर वर्कर्स: 92.98 लाख को पहली डोज, 60.08 लाख को दोनों डोज
- फ्रंटलाइन वर्कर्स: 1.19 करोड़ को पहली डोज, 63.10 लाख को दोनों डोज
भारत में 28 लाख एक्टिव केस
भारत में कोरोना वायरस के मामले रोज रिकॉर्ड बना रहे हैं. देश में 26 अप्रैल को 3.52 लाख केस सामने आए, जो कि दुनिया में सबसे ज्यादा हैं. देश में एक्टिव केसों की संख्या 28 लाख पार कर गई है. अब तक 1.95 लाख लोग इस वायरस से अपनी जान गंवा चुके हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)