एक मई से 18 साल से ऊपर सबको टीका अभियान शुरू होना है. 28 अप्रैल से इसके लिए रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया है. लोग बड़े उत्साह से रजिस्ट्रेशन भी करा रहे हैं. लेकिन कई राज्यों में ये शुरू ही नहीं हो पाएगा तो कुछ के लिए ऐसी आशंका बनी हुई है.
पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई हाई लेवल बैठक के बाद पिछले सप्ताह केंद्र सरकार ने कहा है कि जितनी भी वैक्सीन देश में उपलब्ध होगी, उसका 50% वह अपने पास रखेगी. बची हुई 50% वैक्सीन निर्माता राज्य सरकारों और प्राइवेट अस्पतालों में बेच सकते हैं.
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झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार ने दोनों वैक्सीन उत्पादन को पूरी तरह से हाईजैक कर लिया है. हम वैक्सीन देना चाहते हैं, लेकिन क्या वैक्सीन घर पर बनाएंगे?’
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा, "जब वैक्सीन ही नहीं है तो वैक्सीनेशन कैसे शुरू हो पाएगा. केंद्र कह रहा है कि सब लोगों के लिए वैक्सीनेशन खोल दिया गया है, लेकिन वैक्सीन उपलब्ध ही नहीं है. पूरे देश को गुमराह किया जा रहा है.’
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कुछ दिन पहले ही कहा है कि ‘अभी हमारे पास सिर्फ 4 लाख वैक्सीन ही बची हैं और जब तक केंद्र सरकार की ओर से वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराई जाती, तब तक 1 मई से सभी लोगों को टीका कैसे लगा सकते हैं?
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि ‘हमसे सीरम इंस्टीट्यूट से बात करने को कहा गया था और उनका कहना है कि हमें केंद्र सरकार से जो ऑर्डर मिले हैं, उनकी सप्लाई के लिए 15 मई तक का वक्त चाहिए. इसलिए तब तक वे हमें वैक्सीन देने की स्थिति में नहीं हैं.'
छत्तीसगढ़ से स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि ‘हमारे पास वैक्सीन मौजूद नहीं है. वैक्सीन का ऑर्डर दिया गया था, लेकिन बताया गया कि एक महीने के बाद ही सप्लाई मिल सकेगी.' छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, ‘हम 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन देने के लिए तैयार हैं, लेकिन हमारे पास वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. 1 मई से वैक्सीनेशन शुरू नहीं किया जा सकता.
हाल ही में राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने छत्तीसगढ़, पंजाब और झारखंड के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस प्रेस वार्ता में सभी ने वैक्सीन के स्टॉक की कमी पर चर्चा की थी.
महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों ने बीते सोमवार को कहा कि प्रदेश में एक मई से 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लिए कोविड टीकाकरण अभियान को लागू करने की संभावना ना के बराबर है.
वहीं महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मंगलवार को बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने राज्य सरकार को सूचित किया है कि वो कोविशिल्ड वैक्सीन की सप्लाई 20 मई के बाद ही कर सकता है.
द हिंदू की 25 अप्रैल की एक रिपोर्ट में बताया गया कि केरल सरकार को भी वैक्सीन निर्माता से यह जवाब मिला है कि केंद्र सरकार को सप्लाई के बाद ही उसे सप्लाई हो पाएगी. ऐसे में राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि सभी के लिए वैक्सीनेशन तभी शुरू होगा जब वैक्सीन स्टॉक में होगी.
केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने कहा है कि वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में है नहीं, ऐसा लगता है कि एक मई से सबको वैक्सीन का ऐलान कर केंद्र राज्यों पर जिम्मेदारी टालना चाह रहा है.
असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को कहा कि उन्हें संदेह है कि मई के पहले हफ्ते तक राज्य में 18-45 साल के लोगों का टीकाकरण शुरू हो पाएगा या नहीं.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने वैक्सीन के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन को पत्र भी लिखा था. इस पत्र में कहा गया है कि वैक्सीन की कमी के कारण 700 टीकाकरण केंद्र को बंद करना पड़ा है.
हरियाणा, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, मुंबई और पंजाब समेत कई राज्यों के टीकाकरण केंद्र से स्टॉक खत्म होने की खबरें भी देखने को मिली हैं.
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