दिल्ली के राज्यपाल अनिल बैजल (LG Anil Baijal) ने राज्य में वीकेंड कर्फ्यू (Weekend Curfew Delhi) को हटा कर कोविड प्रतिबंधों में ढील देने वाले दिल्ली सरकार (Delhi Govt) के प्रस्ताव को खारीज कर दिया है. हालांकि राज्यपाल ने प्राइवेट ऑफिस को 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दे दी है.
अनिल बैजल का मानना है कि कोरोना (Covid-19) प्रतिबंधों का जारी रहना तब तक जरूरी है जब तक की कोरोना मामलों में कमी न आ जाए और हालात न बदल जाए.
इससे पहले उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि "12 जनवरी को दिल्ली में कोरोना का पीक था और पॉजिटिविटी रेट 30 फीसदी था. लेकिन अब मामले घट रहे हैं और आज 10,500 पर आ गए हैं. अब चूंकी मामलों में कमी आ रही है और कोरोना प्रतिबंधों के कारण कई लोग अपनी नौकरियां खो रहे हैं इसे ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने वीकेंड कर्फ्यू, ऑड-ईवन सिस्टम हटाने का फैसला लिया है और प्राइवेट ऑफिस को 50 फीसदी क्षमता पर काम करने की अनुमति देने का फैसला लिया है."
उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रस्ताव को मंजूर कर राज्यपाल को भेज दिया है, फाइनल अप्रूवल मिलते ही इसे दिल्ली में लागू कर दिया जाएगा.
दिल्ली सरकार ने प्रतिबंधों में ढील देने का फैसला क्यों लिया था?
नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन, सदर बाजार व्यापारियों और अन्य बाजार एसोसिएशन की ओर से बाजारों में दुकानों के ऑड-ईवन को हटाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था क्योंकि इससे उन्हें आर्थिक रूप से नुकसान हो रहा था और कई कर्मचारी नौकरी खो रहे थे. जिसके बाद केजरीवाल सरकार ने कोरोना प्रतिबंधों में ढील लेने का फैसला लिया था.
दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू 7 जनवरी से लागू किया गया था और मार्केट में ऑड-ईवन योजना 1 जनवरी से लागू की गई थी.
देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच, दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में कोरोना के मामले कम हुए हैं और पॉजिटिविटी दर गिरकर 21.48 फीसदी पर आ गई थी. यहां गुरुवार को कुल 12,806 मामले दर्ज किए गए थे. वहीं कोरोना टेस्टिंग में कमी आई है.
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