आज का दिन सियासी गलियारे के लिए काफी अहम है, क्योंकि आज पांच प्रदेशों के विधानसभा चुनाव के साथ-साथ विभिन्न राज्यों में हुए उप-चुनाव 2021 के परिणाम भी सामने आएंगें वहीं उत्तरप्रदेश पंचायत इलेक्शन के परिणाम घोषित होंगे. आइए जानते हैं कहां-कहां के परिणाम आज घोषित होंगे.
यहां देख सकते हैं चुनाव परिणाम :
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असेंबली इलेक्शन 2021, विधानसभा और लोकसभा उपचुनाव 2021 के परिणामों के लिए चुनाव आयोग का अपडेट देखने के लिए https://results.eci.gov.in/ पर विजिट किया जा सकता है.
अगर आप मोबाइल एप के जरिए चुनावों के परिणाम देखना चाहते हैं तो वोटर हेल्पलाइन एप के जरिए परिणाम देख सकते हैं.
यूपी पंचायत इलेक्शन के चुनाव आयोग के अपडेट देखने के लिए http://sec.up.nic.in/site/Election.html पर विजिट किया जा सकता है.
कब से शुरू होगी गिनती :
वोटों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरु होगी और शाम 5 बजे तक स्थिति पुरी तकह स्पष्ट होने की उम्मीद है.
कहां-कहां के परिणाम दिखेंगे :
पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुदुचेरी विधानसभा चुनाव के नतीजों ऐलान आज होगा. इसके अलावा 12 राज्यों की 14 विधासनभा सीटों पर हुए उप-चुनाव और कर्नाटक तथा आंध्रप्रदेश की एक-एक लोकसभा सीट पर हुए उप-चुनाव के परिणाम भी आज सामने आएंगें.
रण ऑफ बंगाल
294 विधानसभा सीट वाले पश्चिम बंगाल के चुनाव में इस बार की लड़ाई मुख्य तौर पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच है.
पिछले परिणामों पर नजर डालें तो टीएमसी ने पश्चिम बंगाल के पिछले दो विधानसभा चुनावों (2011 और 2016) में क्रमशः 184 और 211 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई है. वहीं बात बीजेपी की करें तो साल 2011 के चुनाव में जहां उसका खाता भी नहीं खुला था और 2016 के चुनाव में उसे महज 3 सीटें ही मिली थीं.
सुवेंदु अधिकारी और ममता बनर्जी के बीच नंदीग्राम में मुकाबला है. इसके अलावा टीएमसी ने क्रिकेटर मनोज तिवारी को शिबपुर से, अभिनेता सायोनी घोष को आसनसोल दक्षिण, सायंतिका बनर्जी तो बांकुरा से टिकट दिया गया है. वहीं बीजेपी की ओर से मुकुल रॉय कृष्णानगर उत्तर, उनके बेटे शुभ्रांशु रॉय बीजपुर और राहुल सिन्हा हाबड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा बाबुल सुप्रियो टॉलीगंज,लॉकेट चटर्जी चुंचुड़ा और निसिथ प्रामाणिक दिनहाटा से ताल ठोंक रहे हैं.
केरल रचेगा इतिहास?
केरल की राजनीति कांग्रेस की अगुवाई वाले गठबंधन - यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) - और सीपीएम के नेतृत्व वाले - लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ)- के इर्द-गिर्द ही रही है. इस बार भी चुनावी मुकाबला मुख्य तौर पर इन दोनों के बीच ही है.
पिछले विधानसभा चुनाव (2016) में केरल की कुल 140 में से 98 सीटों पर बीजेपी उतरी थी और उसे महज 1 सीट पर ही जीत मिली थी.
तमिलनाडु में किस नई पीढ़ी को मिलेगा ताज
तमिलनाडु में इस बार के चुनाव में दोनों मुख्य द्रविड़ पार्टियों (AIADMK और DMK) की नई पीढ़ी के नेताओं के बीच मुकाबला है. पिछले परिणामों की बात करें तो 2016 के चुनाव में BJP कुल 234 में से 188 सीटों पर लड़ी थी, लेकिन उसे एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी. वहीं, कांग्रेस 41 सीटों पर उतरी थी, जिसमें से उसने 8 सीटें जीती थीं.
कैसे रहेगा असम की चुनावी चाय का स्वाद
2001 से लेकर 2016 तक असम में लगातार शासन करने वाली कांग्रेस ने इस बार चुनाव में एआईयूडीएफ, सीपीएम, सीपीआई, सीपीआई-एमएल, आचंलिक गण मोर्चा के साथ मिलकर एक महागठबंधन बनाया है. हाल ही में बीजेपी का साथ छोड़कर बीपीएफ भी इस महागठबंधन का हिस्सा बनी है.
पिछले चुनाव परिणाम की बात करें तो 2016 के असम विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 60 सीट जीतकर 12 सीट जीतने वाले बीपीएफ और 14 सीट जीतने वाले एजीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. बीजेपी इस बार एजीपी और यूपीपीएल के साथ गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस ने इस बार के असम चुनाव में सीएए को बड़ा मुद्दा बनाया है.
पुडुचेरी में कौन काटेगा चुनावी फसल
पुडुचेरी में कांग्रेस की अगुवाई वाले गठबंधन और BJP-AINRC-AIADMK गठबंधन के बीच लड़ाई है. इस केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभा के लिए 30 सीटों पर चुनाव होता है, जबकि इसमें 3 सीटें नॉमिनेटेड विधायकों के लिए होती हैं. इस तरह विधानसभा का कुल संख्या 33 हो जाता है. नॉमिनेटेड विधायकों को कई मौकों पर वोटिंग का अधिकार भी होता है.
पिछले चुनाव परिणामों की बात करें तो 2016 में BJP का प्रदर्शन काफी खराब रहा था. पार्टी ने 30 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी. दूसरी तरफ कांग्रेस ने 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसने 15 सीटें जीती थीं.
(ग्राफिक्स- क्विंट हिंदी)
यहां हुए थे उप-चुनाव :
राजस्थान की सहारा, सुजानगढ़ और राजसमंद. मध्यप्रदेश की दमोह. गुजरात की मोरवा हदफ, महाराष्ट्र की पंढरपुर, उत्तराखंड की सल्ट, झारखंड की मधुपुर, कर्नाटक की बसवकल्याण और मस्की, मिजोरम की सेरछिप, नगालैंड की नोकसेन, ओडिशा की पिपिली और तेलंगाना की नागार्जुन सागर विधानसभा सीट पर उप-चुनाव हुए थे.
वहीं आंध्रप्रदेश की तिरुपति और कर्नाटक की बेलगाम लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे.
उपचुनाव में इन पर रहेगी सबकी नजर :
राजस्थान में मुख्मंत्री अशोक गहलोत की साख दांव पर है. यहां सहाड़ा विधानसभा सीट पर कांग्रेस की गायत्री देवी और बीजेपी के डॉ रतनलाल जाट के बीच मुकाबला है. वहीं राजसमंद विधानसभा सीट पर कांग्रेस के तनसुख बोहरा और बीजेपी की दीप्ति माहेश्वरी के बीच जंग है. सुजानगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस के मनोज मेघवाल और बीजेपी के खेमाराम मेघवाल के मध्य टक्कर है. ऐसे में सत्ताधारी गहलोत की साख दांव पर लगी हुई है, जबकि बीजेपी ने यहां अपनी वापसी करने में लगी है.
मध्यप्रदेश की दमोह विधानसभा सीट पर कांग्रेस से विधायक रहे राहुल सिंह लोधी अब बीजेपी की तरफ से मैदान में हैं जबकि कांग्रेस ने दमोह जिला कमेटी के अध्यक्ष अजय टंडन पर दांव लगाया है. यहां शिवराज सिंह चौहान की साख दांव पर है.
गुजरात की मोरवा हदफ सीट पर भाजपा के निमिषबेन सुथार और कांग्रेस के सुरेश कटारा के बीच कांटे का टक्कर मानी जा रही है.
उत्तरप्रदेश पंचायत चुनाव :
उत्तरप्रदेश त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतों की गणना आज होगी. हर विकास खंड पर एक साथ मतगणना प्राम्म्भ होगी. मतपत्रों के बक्से हर विकासखंड पर एक साथ खोले जाएंगे. इन बक्सों में हर पद के लिए अलग-अलग मतपत्र अलग-अलग रंग के हैं. ग्राम प्रधान पद के लिए हरे रंग का, ग्राम पंचायत सदस्यों का सफेद रंग का, क्षेत्र पंचायत सदस्य का नीले रंग का और जिला पंचायत सदस्य पद का मतपत्र गुलाबी रंग का है. ग्राम प्रधान पद के नतीजे ग्राम पंचायत वार, ग्राम पंचायत सदस्यों का वार्ड के हिसाब से, क्षेत्र पंचायत सदस्य का क्षेत्र पंचायत वार और जिला पंचायत सदस्य के नतीजे वार्ड वार आएंगे. गिनती सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगी.
उत्तरप्रदेश में चारों चरणों में ग्राम पंचायत प्रधान के 58,194, ग्राम पंचायत सदस्य के 7,31,813, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 75,808 तथा जिला पंचायत सदस्य के 3,051 पदों के लिए मत डाले गये हैं. इनमें से कुछ पदों पर निर्विरोध निर्वाचन भी हो चुका है.
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