समाजवादी पार्टी (एसपी) नेता आजम खान के एक बयान को लेकर विवाद पैदा हो गया है. इस बयान में उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है, लेकिन इसे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता जयाप्रदा के खिलाफ माना जा रहा है. आजम के इस बयान के लिए उनके खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. महिला आयोग ने भी उन्हें नोटिस भेजा है.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने आजम खान के इस बयान का वीडियो जारी किया है.
जया का जवाब कितना सही?
जयाप्रदा ने आजम खान के बयान को लेकर कहा, ‘’यह मेरे लिए नया नहीं है. मैं एक महिला हूं और उन्होंने जो कहा है, मैं उसे दोहरा भी नहीं सकती. मुझे नहीं पता कि मैंने उनके साथ ऐसा क्या किया कि वो इस तरह की चीजें बोल रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ''उनको (आजम खान को) चुनाव नहीं लड़ने देना चाहिए. अगर यह शख्स जीत जाता है तो लोकतंत्र का क्या होगा? समाज में महिलाओं के लिए कोई जगह नहीं होगी. हम कहां जाएंगे?'' जयाप्रदा ने पूछा है- ''क्या आजम खान के घर में मां-बेटी नहीं है? क्या आप अपनी बहू के साथ ऐसी बात करते हैं?''
आजम खान के बयान की निंदा तो हो ही रही है, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या जयाप्रदा को आजम खान के घर की महिलाओं के बारे में ऐसा बयान देना चाहिए? आखिर इस सियासी जंग में उन्हें खींचने की क्या जरूरत थी?
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने आजम खान को उनके बयान के लिए कारण बताओ नोटिस भेजा है. NCW की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने खान के इस बयान को बेहद शर्मनाक बताया है. इसके साथ ही रेखा शर्मा ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि वो आजम खान को चुनाव लड़ने से रोके.
कांग्रेस पार्टी भी इस मामले पर आजम खान के खिलाफ सामने आ गई है. पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि जयाप्रदा पर आजम खान का बयान पूरी तरह से अशोभनीय है, इस तरह के बयानों की सभी को निंदा करनी चाहिए.
बताया जा रहा है कि आजम खान ने रामपुर में एक चुनावी रैली के दौरान यह बयान दिया है. आजम खान रामपुर लोकसभा सीट से एसपी के उम्मीदवार हैं. इस सीट पर बीजेपी की जयाप्रदा उनके खिलाफ चुनावी मैदान में हैं.
एक्टिंग की दुनिया से राजनीति में आईं जयाप्रदा ने 2004 और 2009 में एसपी के टिकट पर रामपुर से लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. एसपी ने 2010 में पार्टी विरोधी गतिविधियों का हवाला देकर जयाप्रदा को निकाल दिया था. जयाप्रदा पिछले महीने ही बीजेपी में शामिल हुई हैं.
अपनी सफाई में ये बोले आजम खान
आजम खान के जिस बयान को जयाप्रदा के खिलाफ माना जा रहा है, उसकी सफाई में उन्होंने कहा, ''मैंने किसी का नाम नहीं लिया है. मुझे पता है कि मुझे क्या कहना चाहिए. अगर कोई भी साबित कर दे कि कहीं किसी का नाम लिया है या किसी का अपमान किया है, तो मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा.'' इसके साथ ही आजम खान ने मीडिया पर इस बयान का गलत मतलब निकालने का आरोप लगाया है.
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