पश्चिम बंगाल के कोलकाता में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की 9 संसदीय सीटों पर गुरुवार रात 10 बजे से चुनाव प्रचार पर रोक लग गई. इन सभी 9 सीटों पर 19 मई को लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के तहत वोटिंग है. चुनाव प्रचार को वास्तव में शुक्रवार शाम पांच बजे समाप्त होना था, लेकिन राज्य में समय से पहले ही इस पर रोक लगा दी.
बंगाल में हुए इस बवाल और चुनाव आयोग के फैसले पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं. कई विपक्षी दलों के नेता इसे मोदी सरकार और चुनाव आयोग की मिलीभगत बता रहे हैं.
- कोलकाता में मंगलवार को अमित शाह के रोड शो में हिंसा
- बवाल के दौरान ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति क्षतिग्रस्त
- ममता बनर्जी ने हिंसा के लिए बीजेपी को ठहराया जिम्मेदार
- हिंसा पर चुनाव आयोग सख्त, कई अफसरों की छुट्टी
- बंगाल की 9 सीटों पर गुरुवार रात से चुनाव प्रचार खत्म
बंगाल में चुनाव प्रचार खत्म, जनता को ममता की चिट्ठी
पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार खत्म होने का बाद ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने जनता को एक चिट्ठी है.
पश्चिम बंगाल में दो अफसरों पर गिरी गाज
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के SDPO डायमंड हार्बर मिथुन कुमार डे और कार्यालय प्रभारी एम्हर्स्ट स्ट्रीट कौशिक दास को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. दोनों अधिकारियों को चुनाव संबंधी कोई पद नहीं दिया जाएगा.
विद्यासागर की मूर्ति से तोड़फोड़: SIT करेगी जांच
कोलकाता पुलिस ने 14 मई को विद्यासागर कॉलेज में ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति की तोड़फोड़ की जांच के लिए स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया है.