बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन ने मुंगेर की घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है. इसके साथ ही महागठबंधन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि बिहार की नीतीश कुमार सरकार को बर्खास्त किया जाए.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा, ''जिस परिवार ने अपने घर का चिराग खोया है, उसके प्रति हमारी संवेदनाएं हैं. हम जानना चाहते हैं कि ट्वीट के अलावा सुशील मोदी ने क्या किया है? हम राज्य के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री से पूछना चाहते हैं कि जनरल डायर बनने की अनुमति किसने दी?''
इसके अलावा उन्होंने कहा, ''इस मामले की जांच हाई कोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए. वहां के डीएम-एसपी को तत्काल हटाया जाना चाहिए.''
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''जिन भक्तों के सिर पर माता की लाल चुनरी थी, पुलिस ने उनके सिर पर लाठियां मारीं.'' उन्होंने कहा कि बिहार में ‘निर्दयी कुमार और निर्मम मोदी’ की सरकार है. सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नीतीश कुमार सरकार को बर्खास्त करने की मांग भी की.
क्या थी मुंगेर की घटना?
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, मुंगेर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में दशहरा के मौके पर दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान लोगों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि प्रशासन ने मुंगेर में पंडित दीन दयाल चौक के पास मूर्ति विसर्जन करने की अनुमति दी थी, मूर्ति विसर्जन के समय को लेकर पुलिस और स्थानीय लोगों में कहासुनी हो गई.
आईएएनएस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि इसी दौरान पुलिस और लोगों के बीच झड़प हो गई और कहीं से गोली चली, जिससे अनुराग कुमार की मौत हो गई.
मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने गोली चलाई, जिससे युवक की मौत हो गई. जबकि पुलिस का कहना है कि कुछ शरारती तत्वों ने जानबूझकर पथराव किया और गोली चलाई, जिससे यह घटना घटी.
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