बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2020) से ठीक पहले बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे (Gupteshwar Pandey) ने नौकरी से वीआरएस ले लिया है. अपने रिटायरमेंट से पांच महीने पहले ही गुप्तेश्वर पांडेय ने नौकरी छोड़ी दी है. गवर्नर ने उनके उनके इस्तीफे को स्वीकार भी कर लिया है. सूत्र बता रहे हैं कि गुप्तेश्वर बिहार विधानसभा चुनाव में लड़ सकते हैं.
गुप्तेश्वर पांडे ने मंगलवार को ही वीआरएस के लिए आवेदन दिया था. पांडे की जगह होमगार्ड के डीजीपी एसके सिंघल को नया डीजीपी नियुक्त किया गया है.
JDU के टिकट पर लड़ सकते हैं चुनाव
अभी रविवार को ही में कैमूर पहुंचे डीजीपी से जब पूछा गया था कि क्या वो राजनीति में आना चाहते हैं तो उन्होंने कहा था - रिटायरमेंट के बाद राजनीति में आना पाप है क्या? माना जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में गुप्तेश्वर पांडे बक्सर या भोजपुर से उम्मीदवार हो सकते हैं और वो जेडीयू के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ सकते हैं. गुप्तेश्वर को 31 जनवरी 2019 को बिहार का डीजीपी बनाया गया था. उनका कार्यकाल 28 फरवरी 2021 तक है.
2009 के लोकसभा चुनाव से पहले भी गुप्तेश्वर पांडे ने वीआरएस के लिए आवेदन किया था, तब भी उनके वीआरएस के पीछे चुनाव लड़ना माना गया था, हालांकि कहा जाता है कि उन्हें बक्सर से टिकट नहीं मिला था इसलिए उन्होंने अपना आवेदन वापस ले लिया था.
नौकरी छोड़ने पर क्या कहा?
वीआरएस की कंफर्म खबरों के बाद गुप्तेश्वर पांडेय ने ट्वीट कर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी. उन्होंने अपने ट्वीटर एकाउंट पर एक पोस्टर शेयर किया है जिसपर लिखा है,
“मेरी कहानी, मेरी जुबानी... 23 सितंबर को शाम 6 बजे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव आऊंगा.”
इस पोस्टर में गुप्तेश्वर पांडे ‘नेता लुक’ में नजर आ रहे हैं. पोस्टर में कुर्ता और नेहरू कोर्ट में गुप्तेश्वर पांडे नजर आ रहे हैं.
सुशांत सिंह राजपूत केस से दोबारा आए सुर्खियों में
गुप्तेश्वर हाल ही में तब सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने सुशांत केस में नेताओं की तरह के बयान दिए थे. फिल्म एक्टर रिया चक्रवर्ती गुप्तेश्वर पांडे ने कहा था कि रिया चक्रवर्ती की इतनी 'औकात' नहीं है को वो बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर टिप्पणी करें.
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