नीतीश के सात निश्चय पार्ट-2 में क्या-क्या शामिल, पप्पू यादव की PDA गठबंधन से अलग हुआ दल. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Election 2020) से जुड़े अपडेट्स पढ़ने की इससे बढ़िया जगह कोई नहीं. तो ये रहीं Quint बिहार चुनाव के इस एडिशन की पांच खबरें.
1. JDU ने किया सात निश्चय पार्ट 2 का ऐलान, आज से चुनाव प्रचार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार से चुनाव प्रचार करेंगे. 2 दिन वर्चुअल सभाओं के बाद 14 अक्टूबर से विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार के लिए निकलेंगे. नीतीश कुमार ने चुनाव अभियान की शुरुआत से पहले निश्चय पत्र 2020 जारी किया है. इसमें 7 निश्चय पार्ट 2 की विस्तार से चर्चा है.
सोमवार को ट्वीट करके बताया कि इसमें आखिर है क्या-क्या, क्या काम किया जाना है?
महिलाओं और युवाओं के लिए खास योजनाएं हैं. सरकार बिजनेस के लिए युवाओं को लागत की आधी रकम या अधिकतम 3 लाख तक ग्रांट देगी. 7 लाख तक के कर्ज पर 7% का ब्याज अनुदान मिलेगा. उद्यमी महिलाओं को लागत का 50 प्रतिशत (अधिकतम 5 लाख) अनुदान मिलेगा.
7 निश्चय पार्ट 2 के तहत क्या करेगी नीतीश सरकार-
1. युवा शक्ति, बिहार की प्रगति
2.सशक्त महिला, सक्षम महिला
3. हर खेत को पानी
4. स्वच्छ गांव, समृद्ध गांव
5. स्वच्छ शहर, विकसित शहर
6. सुलभ संपर्कता
7. सबको अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा
JDU के प्रदेश मुख्यालय से संचालित होने वाली उनकी वर्चुअल रैली मुख्यमंत्री के फेसबुक पेज समेत सभी अधिकारिक सोशल मीडिया एकाउंट्स पर लाइव रहेगी.
2. BJP स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शाहनवाज और रूडी नहीं
BJP ने पार्टी के 30 स्टार प्रचारकों की लिस्ट चुनाव आयोग को सौंपी है. चौंकाने वाली बात ये है कि सांसद राजीव प्रताप रूडी और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन को जगह नहीं मिली है.
बिहार विधानसभा चुनाव में BJP ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और दिल्ली BJP के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत 30 नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया है.
राजीव प्रताप रूडी वर्तमान में बिहार के सारण लोकसभा सीट से सांसद हैं. लिस्ट में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पार्टी के बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव, चुनाव प्रभारी देवेंद्र फड़नवीस, पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह, केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद, पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, ऊर्जा मंत्री आर के सिंह, इस्पात एवं पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम शामिल है.
3. तेज प्रताप हसनपुर, लवली आनंद सहरसा से लड़ेंगी चुनाव, VIP के सहनी की भी सीट तय
VIP के अध्यक्ष मुकेश सहनी सिमरी बख्तियारपुर से चुनाव लड़ेंगे. इसकी घोषणा रविवार को की गई. VIP को BJP कोटे से 11 सीटें दी गई है. इस बार मुकेश सहनी की पार्टी VIP महागठबंधन का साथ छोड़ NDA की घटक दल के रूप में चुनाव लड़ रही है.
RJD विधायक तेज प्रताप यादव ने अपने पुराने क्षेत्र महुआ को छोड़ दिया है. अब समस्तीपुर जिले के हसनपुर क्षेत्र से RJD के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. मंगलवार को नामांकन करेंगे. वहीं, जेल में बंद बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद सहरसा से RJD की कैंडिडेट होंगी. शहाबुद्दीन की पत्नी हीना शहाब रघुनाथपुर से चुनाव नहीं लड़ेंगी. उनके इनकार के बाद RJD के सिटिंग विधायक हरिशंकर यादव को ही सिंबल दे दिया गया है.
4. जेपी जयंती पर सुशील मोदी का RJD पर वार
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि लालू प्रसाद जैसे हमारे कुछ साथियों ने सत्ता के लिए न सिर्फ कांग्रेस से हाथ मिलाया, बल्कि भ्रष्टाचार और वंशवाद में डूब कर जेपी के आदर्शों का ही गला दबा दिया. रविवार को सोशल मीडिया पर कहा कि RJD ने 20 उम्मीदवारों का आपराधिक इतिहास जारी कर बता दिया कि अब लोहिया, जेपी से उसका वास्ता नहीं रहा.
कहा कि जेपी ने कभी नहीं सोचा होगा कि उनके आंदोलन से आगे बढ़ा कोई ऐसा व्यक्ति कभी बिहार का मुख्यमंत्री बनेगा जिसके राज में होने वाले नरसंहारों में दलित और पिछड़ी जातियों के लोग सबसे ज्यादा मारे जाएंगे. आज भी RJD का रवैया वही है. इसलिए राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के चुनाव क्षेत्र राघोपुर में दलितों की झोपड़ी जलायी जाती है.
5. पप्पू यादव की PDA गठबंधन से अलग हुआ एक दल
पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी ने अलग-अलग दलों के साथ गठबंधन किया है और कई सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इसे PDA( प्रगतिशील डेमोक्रेटिक अलायंस) कहा जा रहा है. लेकिन पहली बार चुनाव में आजमाइश से पहले ही गठबंधन में शामिल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने अलग होने का ऐलान कर दिया है.
IUML के महासचिव मुख्तार अंसारी ने कहा है कि सीट शेयरिंग के दौरान PDA और इंडियन मुस्लिम लीग में तालमेल नहीं बैठा और भी कई बातों की सहमति नहीं बन पाई इसी को देखते हुए दल ने गठबंधन से अलग होने का फैसला लिया है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोटरों की हिमायती बनने वाले पप्पू यादव ने इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग से पीडीए का गठबंधन तो जरूर कर लिया, लेकिन मुस्लिम लीग द्वारा की गई मांगों पर गौर नहीं किया.
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