ADVERTISEMENTREMOVE AD

नीतीश Exclusive: ‘चिराग पब्लिसिटी के लिए मुझ पर आरोप लगाते हैं’

बिहार चुनावों को लेकर सीएम नीतीश कुमार से खास बातचीत

छोटा
मध्यम
बड़ा

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से खास बातचीत की. बिहार चुनाव को नीतीश कुमार ने अपने पहले एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में तमाम उन सवालों के जवाब दिए, जिन्हें लोग जानना चाहते हैं या फिर जिन पर चर्चा गरम है.

नीतीश कुमार ने कहा कि जैसा माहौल पहले से रहा है वैसा ही इस बार भी है. पूरे कार्यकाल में कोई ऐसा साल नहीं है, जिसमें लोगों से संपर्क नहीं चला हो. उन्होंने कहा कि लोगों में पहले की तरह ही जोश है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कोरोना का चुनाव पर नहीं पड़ा असर

सीएम नीतीश कुमार से जब पूछा गया कि पहले चरण के चुनाव में जो बेहतर टर्नआउट दिखा, उसे लेकर उनका क्या कहना है. इस पर नीतीश ने कहा कि काफी लोगों ने बाहर निकलकर वोट डाला और पिछली बार से भी ज्यादा ही दिया है. इसीलिए कोरोना का चुनाव पर कोई असर नहीं हुआ है. लोगों को दिलचस्पी है.

शराब बंदी से कई लोग नाराज

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि उनके खिलाफ लोग इसलिए बोल रहे हैं, क्योंकि उन्हें पब्लिसिटी चाहिए. उन्होंने कहा, जो शराबबंदी लागू हुई उससे कई लोग मुझसे नाराज हैं. इसीलिए लोग मेरे खिलाफ बोलते हैं. अगर आम लोगों के बीच जाकर गहराई से बात की जाए तो समझ आएगा. हमें कोई ऐतराज नहीं है, जो जिसके मन में आए वो बोले.

चिराग पर बोले नीतीश- हम नोटिस नहीं करते हैं

चिराग पासवान को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि हम इन सब चीजों पर कोई नोटिस नहीं लेते हैं. सिर्फ अफवाह और प्रचार है. अगर किसी को मेरे खिलाफ कुछ बोलने से पब्लिसिटी मिलती है तो उन लोगों को बधाई है. हम इन लोगों को नोटिस नहीं करते हैं. ये जवाब जनता को देना है.

इसके अलावा जब नीतीश से पूछा गया कि, क्या मुंगेर फायरिंग को लेकर बिहार में ध्रुवीकरण की कोशिश हो रही है? तो उन्होंने कहा कि अभी मामला चुनाव आयोग के पास है. प्रशासन, मुख्य सचिव को इसकी जिम्मेदारी दी गई है, दोषियों को सजा होगी. ये भी तथ्य है कि फायरिंग के अगले दिन ही वोटिंग हुई. 

रोजगार पर भ्रमित किया जा रहा है

रोजगार को लेकर सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि, RJD की 10 लाख नौकरियों का वादा हवा-हवाई है. लेकिन BJP का वादा सही क्योंकि नौकरी देने नहीं, नौकरी क्रिएट करने का वादा किया है. रोजगार का अवसर मिलना चाहिए, सभी को सरकारी नौकरी कैसे दी जा सकती है.

बीजेपी के 19 लाख रोजगार के वादे पर नीतीश ने कहा कि सरकारी नौकरी और रोजगार में अंतर होता है. अलग तरह के काम में लोगों को काम करने का अवसर मिले ये भी रोजगार होता है. लेकिन लोगों को भ्रमित किया गया.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×