ADVERTISEMENTREMOVE AD

यूपी से गुंडे बुलाने की धमकी देने वाली भारती घोष पर दो जगह हमले

बंगाल में बीजेपी की विवादास्पद कैंडिडेट भारती घोष पर तृणमूल के समर्थकों ने हमला किया

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

पश्चिम बंगाल की घाटाल सीट से बीजेपी की कैंडिडेट भारती घोष पर दो जगहों पर कथित तौर पर हमला किया गया. एक जगह उनके साथ तृणमूल की महिला समर्थकों ने धक्का-मुक्की की कोशिश तो दूसरी जगह उनकी कार पर बम और पत्थर फेंके गए. भारती पिछले दिनों अपने निर्वाचन क्षेत्र में वोटरों को मारने की धमकी देने की वजह से चर्चा में आई थीं. शुक्रवार को उनकी गाड़ी से एक लाख रुपये भी बरामद किए गए थे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

तृणमूल कांग्रेस की महिला समर्थकों के साथ धक्का-मुक्की

रविवार को वोटिंग के दौरान भारती केशपुर के एक पोलिंग बूथ का दौरा कर रही थीं. इसी दौरान महिलाओं के एक ग्रुप ने उनके साथ धक्का-मुक्की की कोशिश की. भारती बीजेपी के एक एजेंट को बूथ के अंदर ले जाने की कोशिश कर रही थीं. इस दौरान बीजेपी की महिला समर्थकों से उनकी भिड़ंत हो गई. मीडिया में चले रहे वीडियो में भारती रोती हुई दिखाई दे रही हैं.

कार पर बम और पत्थर से हमले

इसके बाद दोगाछिया पहुंचीं भारती की कार पर बम और पत्थर से हमला किया गया. इस वारदात में उनका एक सिक्योरिटी गार्ड घायल हो गया और एक गाड़ी को नुकसान पहुंचा.

भारती ने कहा कि तृणमूल के लोग बूथ पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे. इसे रोकने के लिए वह आई थीं. लेकिन तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने उनसे मारपीट करने की कोशिश और उनकी कार पर हमले किए. राज्य के मुख्य चुनाव आयुक्त ने इस बारे में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट से रिपोर्ट मांगी है.

दो दिन पहले भारती की कार से बरामद हुए थे एक लाख रुपये

शुक्रवार को पूर्व आईपीएस अफसर भारती के पास से एक लाख रुपये से ज्यादा की नकदी जब्त की गई. एक पुलिस अफसर ने कहा कि घोष अपनी कार से ट्रैवल कर रही थीं. उस दौरान उनकी कार से 1,13,895 रुपयों से भरा एक बैग जब्त किया गया. रुपये राज्य की ट्रेजरी में भेज दिए गए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पिछले सप्ताह उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें भारती तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को खुलेआम जान से मारने की धमकी देती दिख रही थीं. भारती ये कह रही थीं कि अगर ज्यादा स्मार्ट बने तो यूपी से लोगों को बुलवा कर मरवा देंगी. भारती घोष आईपीएस अफसर रह चुकी हैं और एक जमाने में ममता बनर्जी की करीबी मानी जाती थीं

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×