दिल्ली में लोकसभा चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर चल रही सभी अटकलों पर आज विराम लग सकता है. आज दिल्ली में राहुल गांधी की अगुवाई में होने वाली बैठक में गठबंधन को लेकर बातचीत हुई. जिसके बाद अब अंतिम फैसला राहुल गांधी पर छोड़ दिया गया है.
कांग्रेस पहले से ही गठबंधन को लेकर दो धड़ों में बंटी हुई है. एक गुट गठबंधन के पक्ष में है, वहीं दूसरा गुट आप के साथ किसी भी गठबंधन से इनकार कर रहा है.
शीला दीक्षित और चाको भी मौजूद
इस बैठक में दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित और दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको भी मौजूद थे. दोनों ही गठबंधन को लेकर बिल्कुल अलग राय रखते हैं. शीला दीक्षित गठबंधन को लेकर पहले ही साफ इनकार कर चुकी है, दूसरी तरफ पीसी चाको दिल्ली में गठबंधन को जरूरी बता रहे हैं. बताया गया है कि इस बैठक में तीनों कार्यकारी अध्यक्ष भी मौजूद रहे.
केजरीवाल ने किया था इनकार
आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि कांग्रेस ने दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गठबंधन को लेकर कांग्रेस और AAP के बीच कोई बातचीत नहीं हो रही है. केजरीवाल ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच बातचीत तय होने का दावा करने वाली खबरें कांग्रेस की तरफ से गढ़ी गई हैं.
पीसी चाको ने कही थी यह बात
दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने गठबंधन को लेकर कहा था, 'जहां तक मुझे पता है कि दिल्ली के सीनियर नेता सोच रहे हैं कि अभी बीजेपी को हराना ही पार्टी की प्राथमिकता है, लेकिन ऐसा करने के लिए हमें आम आदमी पार्टी से गठबंधन करना होगा और यही पार्टी के ज्यादातर नेता भी सोचते हैं.' इसके अलावा उन्होंने कहा था, हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आने वाले कुछ दिनों में फैसला लेंगे. हमारी पार्टी उन सभी पार्टियों का समर्थन ले रही है जो भी बीजेपी के खिलाफ हैं. मुझे उम्मीद है कि दिल्ली के नेता भी इसी पॉलिसी को फॉलो करेंगे.
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