क्या आपको लगता है कि शाहीन को मुद्दा बनाना दिल्ली चुनाव में BJP को वोट दिलाने में मदद करेगा? यही है आज दिल्ली चाट सेंटर का मुद्दा. शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में चल रहे धरने को अब भारतीय जनता पार्टी के नेता दिल्ली विधानसभा चुनाव में खुद के लिए संजीवनी बनाने में जुट गए हैं. पार्टी ने शाहीन बाग को राष्ट्रवाद बनाम गैर-राष्ट्रवाद में तब्दील कर दिया है. बीजेपी में यह भावना अब प्रबल हो गई है कि शाहीन बाग चुनाव का टर्निग पॉइंट बन सकता है.
गौरतलब है कि शाहीन बाग में सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर 15 दिसंबर से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। जनवरी के दूसरे सप्ताह से देश के अन्य हिस्से में भी शाहीन बाग जैसे प्रदर्शन की खबर आने लगी है।
पार्टी सू्त्रों के अनुसार, अमित शाह के दिल्ली में पिछले दिनों के प्रचार अभियान ने यहां राजनीतिक दलों के बीच हलचल पैदा कर दी है. जनता के बीच यह बताया जा रहा है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ पर राष्ट्र गणतंत्र मना रहा था, उसी समय उसे चुनौती देने के लिए शाहीन बाग में गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारी की गई थी.
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