कांग्रेस ने शनिवार को बिहार, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में पांच लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किए. इनमें सबसे प्रमुख नाम शत्रुघ्न सिन्हा का है, जिन्हें बिहार की पटना साहिब लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है.
सिन्हा शनिवार को कांग्रेस में शामिल हुए और इसके कुछ घन्टे बाद ही पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार घोषित कर दिया. अब पटना साहिब से वह केंद्रीय मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार रविशंकर प्रसाद को चुनौती देंगे.
पटना साहिब सीट से मौजूदा सांसद है शत्रुघ्न सिन्हा
बिहार की पटना साहिब लोकसभा सीट से शत्रुघ्न सिन्हा लगातार दो बार से जीतते आ रहे हैं. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने आरजेडी के विजय कुमार को डेढ़ लाख से ज्यादा वोटों से हराया था. इसके बाद साल 2014 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के कुणाल सिंह को करीब ढाई लाख वोटों से हराया था.
चुनाव 2014 के बाद से ही शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी नेतृत्व से नाराज चल रहे थे. कई मौकों पर वह खुलकर पीएम मोदी और पार्टी नेतृत्व की आलोचना करते रहे. हाल ही में उन्होंने बीजेपी छोड़ दी थी और शनिवार को वह कांग्रेस में शामिल हो गए. अब कांग्रेस ने उन्हें उनकी मौजूदा सीट से ही उम्मीदवार बनाया है.
उधर, बीजेपी ने इस बार केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब सीट से उम्मीदवार बनाया है.
कांग्रेस में शामिल होने के बाद छलका शत्रुघ्न का दर्द
शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा कि उन्होंने लोकशाही को तानाशाही में बदलते देखा है. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ लोगों को मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया गया, मार्गदर्शक मंडल की आज तक एक बैठक नहीं हुई. यशवंत सिन्हा को इतना मजबूर किया गया कि उनको पार्टी छोड़नी पड़ी.
सिन्हा ने पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर हमला बोलते हुए बीजेपी को वन मैन शो और टू मैन आर्मी करार दिया. उन्होंने कहा कि पहले बीजेपी में विरोधियों को दुश्मन नहीं समझा जाता था. लेकिन अब इस पार्टी में विरोधियों को दुश्मन के तौर पर देखा जाता है.
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