लोकसभा चुनाव 2019 के वोटों की गिनती जारी है. कुछ ही समय में पूरा फैसला सबके सामने होगा. 2019 में पहली बार EVM और VVPAT से मिलान के जरिए खास तरीके से काउंटिंग हो रही है.
आम तौर पर बैलेट पेपर की काउंटिंग खत्म होने के बाद ईवीएम पर गिनती शुरू की जाती है. लेकिन इस बार वीवीपैट पर्चियों की वजह से प्रक्रिया में बदलाव हुआ है, जिस वजह से नतीजे आने में समय लग सकता है.
बैलेट पेपर की काउंटिंग के तीन राउंड पूरे होने पर ईवीएम की काउंटिंग शुरू की जाती है. ये दोनों काउंटिंग 1 से 2 बजे तक पूरी होने की उम्मीद है. इसके बाद वीवीपैट मशीनों की पर्चियों से मिलान किया जाएगा.
जानें VVPAT से मिलान की खास बातें
बैलेट पेपर और ईवीएम की काउंटिंग खत्म होने पर वीवीपैट पर्चियों से मिलान किया जाता है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस चुनाव में करीब 39.6 लाख ईवीएम और 17.4 लाख वीवीपीएटी मशीनें इस्तेमाल हुई हैं, जिनमें रिजर्व मशीनें भी शामिल हैं.
एक वीवीपैट मशीन में लगभग 1400 पर्चियां होंगी और मशीन की पर्चियों का मिलान करने में एक घंटे का समय लगेगा. साथ ही इन मशीनों के पांच राउंड होंगे. इस तरह इन्हें मिलाने में पांच घंटे का अतिरिक्त समय लगेगा.
विधानसभा क्षेत्र के लिए बनाए गए 10 काउंटिंग हॉल
सभी विधानसभा क्षेत्र के लिए दस-दस काउंटिंग हॉल हैं. इनमें काउंटिंग के पांच राउंड चलेंगे. पूरी दिल्ली में कुल 350 वीवीपैट पर्चियों का मिलान होगा, यानी पूरी काउंटिंग प्रक्रिया में 6 घंटे से अधिक का समय लग सकता है.
चुनाव कार्यालय के अनुसार, ऑफिशियल नतीजे रात 10 से 11 बजे तक आ सकते हैं. हालांकि रुझान इससे पहले ही मिल जाएंगे.
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