कांग्रेस या बीजेपी में से किसकी गठबंधन के तौर पर ज्यादा अच्छी तैयारी है? इसका सटीक जवाब हमारे पास है.
मोल-तोल आखिरी दौर में है. मौजूदा हालात में चार खेमे नजर आ रहे हैं. दो मुख्य गठबंधन हैं. एनडीए और यूपीए. इन दोनों गठबंधन को कई जगह टक्कर दे रहे हैं अलग-अलग राज्यों में अलग क्षेत्रीय दल.
लेकिन एक खेमा ऐसे दलों का है, जो तेल की धार देख रहे हैं. इसलिए आइए बताते हैं कि अभी कौन सा दल किसके साथ खड़ा है.
एनडीए में शामिल बड़े दल
- बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी)
- शिवसेना
- जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड)
- एलजेपी (लोक जनशक्ति पार्टी)
- अकाली दल
- अपना दल(एस)
- सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी
- एआईएडीएमके
यूपीए में शामिल बड़े दल
- कांग्रेस
- आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल)
- आरएलएसपी (राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी)
- एचएएफ (हिंदुस्तान आवाम मोर्चा)
- एलजेडी (लोकतांत्रिक जनता दल)
- एनसीपी (नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी)
- जेडीएस (जनता दल (सेक्यूलर)
- लेफ्ट पार्टियां
- तेलुगु देशम पार्टी
- डीएमके
तीसरा मोर्चा
इन दलों के अलावा कुछ दल ऐसे भी हैं, जो यूपीए या एनडीए दोनों में से किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं है. इन दलों में अपने-अपने क्षेत्र के बड़े राजनीतिक दल शामिल हैं. यही दल मिलकर तीसरा मोर्चा बनाने की तैयारी कर रहे हैं. इनमें सबसे मजबूत दल पश्चिम बंगाल का तृणमूल कांग्रेस है. इसके अलावा दिल्ली की आम आदमी पार्टी, यूपी की समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी जैसे बड़े दल भी शामिल हैं. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव भी कह चुके हैं कि वो तीसरे मोर्चे की विपक्षी पार्टियों के साथ हैं.
- तृणमूल कांग्रेस
- आम आदमी पार्टी
- समाजवादी पार्टी
- बहुजन समाज पार्टी
- तेलंगाना राष्ट्र समिति
- नेशनल कॉन्फ्रेंस
- पीडीपी
इन दलों ने नहीं खोले पत्ते
देश में कुछ बड़े राजनीतिक दल ऐसे भी हैं जिन्होंने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. इनमें सबसे बड़ा दल ओडिशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)