महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) अध्यक्ष राज ठाकरे और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता अजित पवार के बीच बुधवार को मुलाकात हुई. बताया जा रहा है इस मुलाकात के दौरान एमएनएस और एनसीपी के गठबंधन को लेकर बातचीत हुई.
बीते दिनों एनसीपी चीफ शरद पवार ने पंढरपुर में कहा था कि एमएनएस महाराष्ट्र में बन रहे महागठबंधन का हिस्सा नहीं होगी. हालांकि उनके इस बयान के बाद अजित पवार ने राज ठाकरे के सामने वोटों का बंटवारा टालने के लिए साथ आने की बात रखी थी.
करीब दो घंटे तक चली बातचीत
राज ठाकरे और अजित पवार के बीच बुधवार को मुंबई के आगर बाजार स्थित ग्लोरी अपार्टमेंट में मुलाकात हुई. यह मुलाकात राज ठाकरे और अजित पवार के कॉमन फ्रेंड विवेक जाधव के घर पर हुई.
मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच करीब 2 घंटे तक बातचीत हुई. इस मुलाकात के लिए पहले अजित पवार ग्लोरी अपार्टमेंट पहुंचे. उनके पहुंचने के कुछ देर बाद राज ठाकरे वहां पहुंचे.
शरद पवार क्यों नहीं चाहते थे राज ठाकरे का साथ?
शरद पवार राजनीति में दूर की सोच रखने वाले नेताओं में गिने जाते हैं. राज ठाकरे को महागठबंधन का हिस्सा न बनाने के पीछे पवार की दूरदर्शी सोच को बताया जा रहा था.
बताया जाता है कि शरद पवार को लगता है कि अगर लोकसभा चुनाव में एमएनएस को साथ लिया, तो विधानसभा चुनाव के वक्त सभी पार्टियों के अलग-अलग चुनावी मैदान में उतरने की सूरत में यह महंगा सौदा साबित हो सकता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)