प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल लोकसभा सीट से प्रज्ञा सिंह ठाकुर को बीजेपी की उम्मीदवार बनाए जाने का बचाव किया है. इसेक साथ ही उन्होंने कहा कि यह कदम कांग्रेस को भारी पड़ने वाला है.
पीएम मोदी ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा, ''आपने बिना सबूत के, दुनिया में 5,000 साल तक जिस महान संस्कृति और परंपरा ने 'वसुधैव कुटुम्बकम्' का संदेश दिया, 'सर्वे भवन्तु सुखिन:' का संदेश दिया, जिस संस्कृति ने 'एकम् सद् विप्रा: बहुधा वदन्ति' का संदेश दिया, ऐसी संस्कृति को आतंकवादी कह दिया. यह संकेत (प्रज्ञा का चुनाव लड़ना) कांग्रेस को भारी पड़ेगा.''
टाइम्स नाउ को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा, ‘’जब 1984 में श्रीमती गांधी की हत्या हुई. उसके बाद उनके सुपुत्र ने कहा था कि जब एक बड़ा पेड़ गिरता है तो जमीन हिलती है और उसके बाद देश में हजारों सिखों का कत्लेआम किया गया. क्या यह टेरर नहीं था? उसके बाद भी उन्हें प्रधानमंत्री बना दिया गया और उस संबंध में मीडिया ने एक भी सवाल नहीं पूछा.’’
पीएम मोदी ने कहा कि अगर अमेठी और रायबरेली के उम्मीदवार जमानत पर हों तो चर्चा नहीं होती, लेकिन भोपाल का उम्मीदवार जमानत पर हो तो बहुत बड़ा तूफान खड़ा कर दिया जाता है. गौरतलब है कि भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर 2008 के मालेगांव ब्लास्ट केस में जमानत पर हैं. बॉम्बे हाई कोर्ट ने साल 2017 में प्रज्ञा सिंह ठाकुर को जमानत दी थी.
मालेगांव ब्लास्ट केस में एनआईए ने 2015 में प्रज्ञा को क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन ट्रायल कोर्ट ने उन्हें बरी करने से इनकार कर दिया था. एनआईए ने कहा था कि प्रज्ञा के खिलाफ सबूत नहीं हैं. मगर कोर्ट ने कहा था कि ऐसा स्वीकार करना मुश्किल है क्योंकि प्रज्ञा की मोटरसाइकिल का इस्तेमाल ब्लास्ट में हुआ था.
कोर्ट ने महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट (MCOCA) के तहत प्रज्ञा के खिलाफ आरोप हटा लिए थे, लेकिन अनलॉफुल एक्टिविटीज (प्रिवेंशन) एक्ट के तहत प्रज्ञा के खिलाफ आरोप नहीं हटाए गए.
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