भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे को लेकर विवादित बयान दिया है. इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की गई है.
प्रज्ञा के बयान को लेकर हर तरफ से घिरती बीजेपी ने कहा है कि हेमंत करकरे को हमारा सलाम है. कांग्रेस ने इसे देश के हर सैनिक का अपमान बताते हुए माफी की मांग की है. हेमंत करकरे ने मुंबई ATS चीफ रहते हुए 2008 के मालेगांव ब्लास्ट केस की जांच की थी. इस मामले की मुख्य आरोपी प्रज्ञा ने 8 साल से ज्यादा समय जेल में बिताया था.
बीजेपी ने झाड़ा प्रज्ञा के बयान से पल्ला
पूर्व एटीएस चीफ हेमंत करकरे के बारे में प्रज्ञा ठाकुर के बयान से बीजेपी ने पल्ला झाड़ लिया है. बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली ने शुक्रवार को कहा कि हम देश के लिए शहीद होने वाले हर बेटे बेटियों का सम्मान करते हैं.
कोहली ने कहा, ‘हेमंत करकरेजी को लेकर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने जो बयान दिया है वह उनके निजी विचार हैं, क्योंकि उनसे पूछताछ की गई थी. हम हेमंत करकरे जी की शहादत का सम्मान करते हैं. हम इस पर राजनीति नहीं करेंगे.’
बीजेपी ने बयान जारी कर कहा है, ‘बीजेपी का स्पष्ट मानना है कि स्वर्गीय हेमंत करकरे आतंकियों से बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए. बीजेपी ने हमेशा उन्हें शहीद माना है. जहां तक साध्वी प्रज्ञा के इस संदर्भ में बयान का विषय है, वह उनका निजी बयान है जो सालों तक उन्हें हुई शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना के कारण दिया गया होगा.’
चुनाव आयोग में कराई गई शिकायत
भोपाल से बीजेपी की लोकसभा उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ 26/11 शहीद (मुंबई एटीएस के पूर्व प्रमुख हेमंत करकरे) को लेकर टिप्पणी के लिए चुनाव आयोग में शिकायत की गई है. चुनाव आयोग ने कहा है कि शिकायत पर संज्ञान लिया गया है और मामले की जांच चल रही है.
हेमंत करकरे को लेकर प्रज्ञा ठाकुर का विवादित बयान
प्रज्ञा ठाकुर ने मुंबई आतंकी हमले में शहीद पूर्व एटीएस चीफ हेमंत करकरे को लेकर कहा, ''मैंने (मुंबई ATS चीफ हेमंत करकरे से) कहा था कि तेरा सर्वनाश होगा. ठीक सवा महीने में सूतक लगता है. जिस दिन मैं गई थी, उस दिन इसके सूतक लग गया था और ठीक सवा महीने में जिस दिन आतंकवादियों ने इसको मारा, उस दिन उसका अंत हुआ.''
मालेगांव ब्लास्ट मामले में एनआईए ने 2015 में प्रज्ञा को क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन ट्रायल कोर्ट ने उन्हें बरी करने से इनकार कर दिया था. एनआईए ने कहा था कि प्रज्ञा के खिलाफ सबूत नहीं हैं. मगर कोर्ट ने कहा था कि ऐसा स्वीकार करना मुश्किल है क्योंकि प्रज्ञा की मोटरसाइकिल का इस्तेमाल ब्लास्ट में हुआ था. कोर्ट ने महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट (MCOCA) के तहत प्रज्ञा के खिलाफ आरोप हटा लिए थे, लेकिन अनलॉफुल एक्टिविटीज (प्रिवेंशन) के तहत प्रज्ञा के खिलाफ आरोप नहीं हटाए गए.
मालेगांव ब्लास्ट केस में बॉम्बे हाई कोर्ट ने साल 2017 में प्रज्ञा सिंह ठाकुर को जमानत दी थी. इस दौरान कोर्ट ने कहा था कि पहली नजर में प्रज्ञा के खिलाफ कोई केस बनता नहीं दिखता. इसके साथ ही कोर्ट ने कहा था कि प्रज्ञा एक महिला हैं, जिन्होंने 8 साल से ज्यादा समय जेल में बिताया है और वह ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित हैं.
उस समय प्रज्ञा की मेडिकल रिपोर्ट में बताया गया था कि वह बिना सहारे के चल-फिर भी नहीं सकतीं. कोर्ट ने कहा था कि प्रज्ञा फिलहाल एक आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में हैं, जहां उनका सही इलाज नहीं हो सकता.
कांग्रेस ने की प्रज्ञा पर कार्रवाई की मांग
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को ट्विटर पर लिखा, ''मोदीजी, केवल भाजपाई ही 26/11 (मुंबई हमले) के शहीद हेमंत करकरे को देशद्रोही घोषित करने का जुर्म कर सकते हैं. ये देश के हर सैनिक का अपमान है जो आतंकवाद से लड़ते हुए भारत मां के लिए प्राणों की कुर्बानी देता है. देश से माफी मांगिए और प्रज्ञा पर कार्रवाई कीजिए.''
केजरीवाल बोले- अपना असली रंग दिखा रही बीजेपी
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है, ''भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर का 26/11 के शहीद हेमंत करकरे पर बयान शर्मनाक है. इसकी कड़ी निंदा होनी चाहिए. बीजेपी अपना असली रंग दिखा रही है, अब उसको उसकी जगह दिखानी होगी.''
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