जेट के कई विमानों की सेवा बंद होने के कारण हवाई यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था. कई शहरों के बीच किराए में भारी बढ़ोतरी हुई. लेकिन अब जेट एयरवेज ने सरकार को भरोसा दिया है कि एयरलाइंस अब कोई भी प्लेन ग्राउंडेड नहीं करेगी.
जेट एयरवेज के रिवाइवल को लेकर मंगलवार को डीजीसीए और सिविल एविशन मिनिस्ट्री के बीच अहम बैठक हुई. इस बैठक के बाद सिविल एविएशन मंत्रालय के सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने बताया कि जेट एयरवेज ने सरकार को भरोसा दिलाया है कि उनका कोई भी विमान अब अपनी सर्विस बंद नहीं करेगा.
खारोला ने कहा कि जेट ने एक योजना दी है और अगले महीने के अंत तक 40 और विमानों के उड़ान भरने की उम्मीद है. इसके मुताबिक, अगर ऐसा होता है, तो ये अपने क्षमता का लगभग 80% वापस सेवा बहाल कर सकता है.
ये एक आक्रामक लक्ष्य है,हमने उन्हें कमियों के साथ बैठने, विवरण की योजना बनाने और ग्राउंडिंग नोटिस वापस लेने के लिए मनाने के लिए कहा है. एक बार वापस लेने के बाद, जेट को DGCA से संपर्क करने की आवश्यकता होगी, जो तब विमानों का उपयोग करने के लिए उन्हें अधिकृत करेगा.प्रदीप सिंह खरोला, सिविल एविएशन मंत्रालय के सचिव
अभी 119 विमानों में से दो तिहाई विमान की सेवा बंद है
घरेलू कॉम्पीटिशन के दबाव में पिछले 10 साल में जेट एयरवेज ने अपने बेड़े में विमानों की संख्या 81 से बढ़ाकर 119 कर दी थी. फिलहाल अभी जेट के 35 विमान ही उड़ान भर हैं. उसके 119 विमानों के बेड़े में मात्र 33 प्रतिशत ही काम में लगे हैं.
जेट को कम लागत वाली एयरलाइंस से बढ़ती प्रतिस्पर्धा, कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और कमजोर रुपये की कमी झेलनी पड़ रही है. एयरलाइन के पास एक अरब डॉलर से अधिक का कर्ज है और उसे अपने पायलटों को लंबित वेतन को मंजूरी देने के अलावा बैंकों, विमानों और आपूर्तिकर्ताओं के पैसे चुकाने हैं.
पायलटों की सैलरी कंपनियों के बकाए पर बातचीत
समझा जाता है कि नरेश गोयल के चेयरमैन पद से हटने के एक दिन बाद हुई बैठक में जेट एयरवेज के लिए खरीदार के लिए बिड लाने पर चर्चा हुई. साथ ही इस बात पर भी विचार हुआ कि जेट के ऑपरेशन को कैसा चलायाा जाए ताकि इंडस्ट्री पर इसका नकारात्मक असर न पड़े. एसबीआई, जेट एयरवेज के लिए नया निवेशक ढूंढ रहा है. पायलट की रुकी हुई सैलरी और ग्राउंड विमानों को शुरू करने और लीजिंग कंपनियों के भुगतान करने पर भी चर्चा होने की खबर है.
इस बीच, मंगलवार को जेट एयरवेज के शेयरों में लगातार तीसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज हुई. पिछले तीन दिनों में इसमें 27 फीसदी का इजाफा हुआ है. मंगलवार को इसके शेयर में 4.22 फीसदी की बढ़त थी और 265.25 रुपये से आगे बढ़ कर 279 रुपये पर पहुंच गया. इस सेक्टर में यह शेयर सबसे तेज गति से बढ़ा. इसमें 9.09 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. 22 जनवरी 2019 के बाद इस शेयर का यह अधिकतम स्तर था.
सोमवार को इंट्रा डे कारोबार में जेट एयरवेज के शेयरों ने 18 फीसदी की रैली की थी. जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल और उनकी पत्नी के एयरलाइंस के बोर्ड से हटने की खबर के बाद से इसके शेयरों में उछाल दर्ज की गई.
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