लोकसभा चुनाव 2019 की तारीख घोषित होने के बाद चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन हर दूसरे दिन हो रहा है. अब इसमें नया नाम शिवसेना नेता संजय राउत का जुड़ चुका है. उन्होंने तो आचार संहिता को ही देख लेने की धमकी दे दी है. उन्होंने कहा है कि हम ऐसे लोग हैं जो आचार संहिता को भी देख लेंगे.
कानून और आचार संहिता पर बयान
मुझे बार-बार याद दिलाया जाता है कि आचार संहिता है आचार संहिता है, तो हम ऐसे लोग हैं कि भाड़ में गया कानून और आचार संहिता भी हम देख लेंगे. जो बात हमारे मन में है वो अगर हम मन से बाहर न निकालें तो घुटन सी होती है. उनके ऐसा कहते ही वहां मौजूद समर्थक तालियां और सीटियां बजाने लगे.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर मायावती और कई बड़े नेताओं पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लग चुका है. ताजा मामला आजम खान का है. उनके एक विवादित बयान पर काफी बवाल बढ़ चुका है और उन पर एफआईआर तक दर्ज हो चुकी है
सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता
चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी अब संज्ञान लिया है. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से इस बारे में ठोस कार्रवाई करने की बात कही है. सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से सुस्त कार्रवाई को लेकर नाराजगी जताई है. कोर्ट ने कहा कि योगी आदित्यनाथ और मायावती जैसे नेताओं के धार्मिक आधार पर बयानबाजी की है और आचार संहिता का उल्लंघन किया है. चुनाव आयोग के पास कार्रवाई करने के सीमित अधिकार हैं.
इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत को आचार संहिता उल्लंघन मामले में नोटिस जारी हो चुका है. उन्होंने कन्हैया कुमार को लेकर एक बयान दिया था. जिसके बाद उन्हें ये नोटिस जारी हुआ. शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादक राउत ने एक लेख में कहा था कि कन्हैया कुमार को चुनाव में हराया जाना ही चाहिए, चाहे इसके लिए बीजेपी को ईवीएम से छेड़छाड़ ही क्यों न करनी पड़े.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)