बिहार में महागठबंधन की सीटों का तो ऐलान हो गया है, लेकिन लालू परिवार में ही दरार पड़ गई है. टिकट बंटवारे से नाराज लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव अपने ससुर के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेज प्रताप सारण से अपने ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ निर्दलीय उतर सकते हैं.
तेजप्रताप यादव ने गुरुवार को छात्र आरजेडी के संरक्षक पद से इस्तीफा दे दिया. तेजप्रताप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी बुलाई थी. तब ऐसा कहा जा रहा था कि वो लोकसभा चुनाव में दो सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारने चाहते हैं, जिसकी वे यहां घोषणा करने वाले हैं. इसके बाद यह प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी गई. इसके कुछ ही देर बाद तेजप्रताप ने छात्र आरजेडी के संरक्षक पद से इस्तीफा दे दिया.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “ छात्र राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक के पद से मैं इस्तीफा दे रहा हूं. नादान हैं वो लोग जो मुझे नादान समझते हैं. कौन कितना पानी में है सबकी है खबर मुझे.”
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तेजप्रताप यादव ने जब से तलाक की अर्जी दी है, अपने परिवार और ससुर चंद्रिका राय से भी नाराज चल रहे हैं. कई महीनों से वो अपने परिवार से भी दूर हैं.
सारण ऐसी लोकसभा सीट हैं, जहां से लालू प्रसाद ने पहली बार 1977 में चुनाव लड़ा था. 2014 में इस सीट से राबड़ी देवी चुनाव लड़ी थीं, लेकिन मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस बार सीट से तेजप्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय को टिकट दिया गया है.
महागठबंधन की सीटों का शुक्रवार को ही ऐलान हुआ है, आरजेडी ने अपने खाते में 19 सीटें रखी हैं और बाकी 21 सीटों सहयोगियों को दी हैं. महागठबंधन में तो सहमति बन गई हैं, लेकिन लालू परिवार में ही दरार पड़ गई हैं. लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों के बीच तल्खी इस कदर बढ़ गई है कि तेजप्रताप निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरने को तैयार हैं.
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