उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव आयोग के एक नोटिस का जिक्र करते हुए कहा है कि (चुनावी) मंच पर भजन गाने नहीं, बल्कि विरोधियों को घेरने के लिए जाया जाता है.
सीएम योगी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, ‘’आपसी बातचीत को कोट करना, आचार संहिता में नहीं आता. भजन करने के लिए जाते हैं क्या मंच पर? उखाड़ देने के लिए और अपने विरोधी को घेरने के लिए मंच पर जाते हैं.’’ उन्होंने यह बात अपने एक भाषण पर चुनाव आयोग के कारण बताओ नोटिस मिलने को लेकर कही.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''हमारा काम जनता के सामने विपक्ष की कमजोरियों को लाना है. हमें तब भी फर्क नहीं पड़ता, जब कांग्रेस और समाजवादी पार्टी हमें गालियां देती हैं. अगर हम उन्हें जवाब देते हैं तो हमें गलत क्यों कहा जाता है?''
बता दें कि चुनाव आयोग ने यूपी के सीएम को उनके बयान (बाबर की औलाद) के लिए 2 मई को नोटिस भेजा था. सीएम योगी ने यह बयान उत्तर प्रदेश के सम्भल में 19 अप्रैल को एक रैली के दौरान दिया था. इसे लेकर योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''दो लोगों के बीच हुई बातचीत पर कार्रवाई करना चुनाव आयोग का काम नहीं है. अगर मैं अपनी चुनावी रैलियों में ऐसी चीजें नहीं बोलूंगा तो मैं और क्या करूंगा?''
37-38 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले कैसे बन सकते हैं पीएम?: योगी
सीएम योगी ने महागठबंधन को लेकर कहा, ''पीएम बनने के लिए कम से कम 272 सीटों की जरूरत होती है. सिर्फ बीजेपी के पास यह क्षमता है. जो 37-38 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, क्या वे पीएम बन सकते हैं?'' उन्होंने एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव को लेकर कहा, ''जब वह (अखिलेश) मंच पर मायावती के साथ बैठते हैं तो मायावती बड़ी कुर्सी पर बैठती हैं, जबकि वह छोटी कुर्सी पर बैठते हैं. जब वह उनसे मिलने जाते हैं तो अपने जूते कमरे के बाहर उतार देते हैं. यह स्थिति है.''
योगी बोले- अमेठी और रायबरेली में जीतेगी बीजेपी
अमेठी और रायबरेली की लोकसभा सीटों को लेकर सीएम योगी ने कहा, ''कांग्रेस के लोगों का भी मानना है कि उनकी पार्टी अमेठी में हार रही है. रायबरेली में लड़ाई है, हालांकि आखिर में इस सीट पर बीजेपी ही जीतेगी.''
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