उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 (UP Election Result 2022) में रामपुर (Rampur) की चुनावी राजनीति में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान (Azam Khan) ने एक बार फिर अपना परचम लहरा दिया है. जेल में रहते हुए आजम खान ने रामपुर से 60 हजार से ज्यादा वोटों से विधानसभा चुनाव जीत लिया है. ये लगातार 10वीं बार है जब आजम खान ने चुनाव जीता है.
2019 में संसदीय चुनाव जीतने वाले आजम खान (AZAM KHAN) सीतापुर जेल में हैं, आजम खान फरवरी 2020 से जेल में हैं और उन पर भैंस और बकरी की चोरी से लेकर जमीन हथियाने और बिजली चोरी जैसे लगभग 100 आपराधिक मामले चल रहे हैं.
बता दें कि जेल में रहने की वजह से आजम खान विधानसभा चुनाव में प्रचार नहीं कर पाए थे. आजम खान ने चुनाव प्रचार करने के लिए अंतरिम जमानत की मांग की थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने आठ फरवरी को अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया था. अब आजम खान की इतनी बड़ी जीत के पीछे सहानुभूति फैक्टर भी माना जा रहा है.
आजम खान ने किसे हराया?
आजम खान के सामने रामपुर के नवाब खानदान से ताल्लुक रखने वाले काजिम अली खान ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था. आजम खान और काजिम अली की सियासी अदावत पुरानी है. वहीं आजम खान के सामने भारतीय जनता पार्टी ने आकाश सक्सेना को उम्मीदवार बनाया था. शुरुआत से माना जा रहा था कि इन दोनों के बीच कड़ा मुकाबला हो सकता है. लेकिन आखिरकार आजम खान की जीत हुई.
इसके अलावा बीएसपी ने सदाकत हुसैन को और आम आदमी पार्टी ने फैसल लाला खान को टिकट दिया था.
रामपुर सीट की कहानी
बता दें कि पिछली बार साल 2017 के चुनाव में रामपुर विधानसभा सीट पर आजम खान ने ही जीत हासिल की थी. आजम खान ने बीजेपी उम्मीदवार शिव बहादुर सक्सेना को हराया था. आजम खान को 1,02,100 वोट मिले थे, जबकि शिव बहादुर सक्सेना 55258 वोट हासिल कर पाए थे. बीएसपी के डॉक्टर तनवीर अहमद खान तीसरे नंबर पर रहे थे.
2019 में समाजवादी पार्टी ने उन्हें लोकसभा के चुनाव में उतारा और वो जीत गए, जिसके बाद रामपुर में उपचुनाव कराया गया. उपचुनाव में आजम खान की की पत्नी तंजीन फातिमा जीतकर विधानसभा पहुंचीं. फातिमा ने बीजेपी के प्रत्याशी भारत भूषण गुप्ता को हराया था.
रामपुर सीट 80 के दशक से ही आजम और उनके परिवार के पास रही है. आजम खान नौ बार इस सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे और अब 10वीं बार भी वो जीत गए हैं. 2022 के चुनाव में रामपुर में 60 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई है, जो 2017 के पिछले चुनाव से ज्यादा है.
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