उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 14 फरवरी को दूसरे चरण की वोटिंग (Phase two voting) पूरी हुई. दूसरे चरण की वोटिंग में उत्तर प्रदेश में एवरेज वोटिंग 60 प्रतिशत दर्ज की गई. लेकिन इस बीच उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद (Moradabad) जिले में कतिथ तौर पर 700 लोग मतदान नहीं कर पाए. मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा 29 के सिरस खेड़ा गांव में ग्रामीणों का आरोप है कि बीएलओ और ग्राम प्रधान की मिलीभगत से 700 लोग मतदान नहीं कर पाए.
बीएलओ और प्रधान ने आरोपों को नकारा
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान और बीएलओ ने मिलकर वोट काट दिए हैं. ग्रामीणों ने बताया कि एक जिंदा व्यक्ति को भी मृत घोषित करके उसका भी नाम मिलीभगत से काट दिया गया है.
इस संबंध में जब शिक्षामित्र के पद पर तैनात बीएलओ से बात की गई तो उनका कहना था कि
"हमने कोई वोट नहीं काटा है, इसकी जांच कराई जाए और जांच के आधार पर जो भी दोषी पाया जाए उस पर कार्यवाही की जाए."बीएलओ
बीएलओ ने कहा कि मृत व्यक्ति का मामला 2015 का है उनका नाम भजन सिंह है उनका पिछली बार भी फर्जी वोट पड़वाया था वह अपने डाक्यूमेंट्स लेकर आज तक हमारे पास नहीं आए.
वर्तमान ग्राम प्रधान डॉक्टर इकरार का कहना है कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. अभी-अभी इस बारे में पता लगा है, जानकारी की जा रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछली बार 5500 वोट थे तो वहीं इस बार 5700 वोट हैं यानी की 200 वोट बढ़े हैं ना कि कम हुए हैं.
बीएलओ के साथ सांठगांठ के आरोपों पर उन्होंने कहा कि इसमें प्रशासन की कोई गलती रही हो या बीएलओ की रही हो इसकी हमें कोई जानकारी नहीं है. लेकिन बीएलओ ने मेहनत की है.
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