‘हेमा मालिनी और स्मृति ईरानी ने भी एक्टिंग में करियर बनाया, फिर मेरी फिल्म और कपड़ों पर सवाल क्यों? दलित की बेटी हूं इसलिए मुझे रोका जा रहा है.’ ये कहना है मेरठ के हस्तिनापुर से कांग्रेस की उम्मीदवार अर्चना गौतम (Archana Gautam) का.
बता दें कि उत्तर प्रदेश चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) में जैसे ही अर्चना गौतम का नाम उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस ने घोषित किया, वैसे ही सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया. अर्चना गौतम की तस्वीर शेयर कर भद्दी बातें करने लगे. जिसका जवाब देते हुए अर्चना कहती हैं,
मुझे गुस्सा या बुरा नहीं लगता है. मुझे अफसोस होता है ऐसे लोगों पर जो एक लड़की के लिए इस तरह गंदी मानसिकता रखते हैं.
जब क्विंट ने अर्चना गौतम से उनके राजनीति में आने को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने बताया, "जब कांग्रेस पार्टी और खासकर प्रियंका गांधी ने लड़की हूं, लड़ सकती हूं अभियान चलाया तो मुझे भी लगा कि मेरे पास मौका है. मैंने कांग्रेस पार्टी को मेल किया. उसके बाद मुझे कॉल आया. जब मैं प्रियंका दीदी से मिली तो उन्होंने बताया कि लड़कियों को कमजोर समझा जाता है, और हमें आगे बढ़ना चाहिए. फिर मैंने भी सोचा कि महिलाओं को आगे बढ़ाना है, इसलिए मैं राजनीति में आ गई."
बता दें कि हस्तिनापुर से BJP ने मौजूदा MLA दिनेश खटीक को टिकट दिया है. हस्तिनापुर में करीब तीन दशक से कांग्रेस ने विधानसभा का चुनाव नहीं जीता है. ऐसे में जब हमनें पूछा कि हस्तिनापुर में कांग्रेस कमजोर है फिर अर्चना कैसे कमाल करेंगी? अर्चना कहती हैं,
हस्तिनापुर में जो भी काम हुआ है वो इंदिरा गांधी के जमाने में ही काम हुआ था. यहां के लोगों को ट्रांसपोर्ट की सुविधा नहीं है. हस्तिनापुर में ढ़ंग का बस अड्डा नहीं है, नेताओं के प्राइवेट ऑटो चलते हैं, बीजेपी ने पांच सालों में कुछ काम नहीं किया. बाढ़ की वजह से किसानों को नुकसान होता है. मैं इन मुद्दों के साथ जनता के बीच में आई हूं.
अर्चना का दावा है कि वो मेरठ की ही रहने वाली हैं. अर्चना बॉलीवुड में कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं. ‘ग्रेट ग्रैंड मस्ती’, ‘हसीना पारकर’ जैसी फिल्मों में किया काम. साल 2014 में मिस उत्तर प्रदेश का खिताब जीता और 2018 में मिस बिकिनी इंडिया बनीं.
हेलिकॉप्टर से हस्तिनापुर में एंट्री करना चाहती थीं अर्चना गौतम
अर्चना गौतम का कहना है कि वो अपने विधानसभा क्षेत्र में हेलिकॉप्टर से आना चाहती थीं लेकिन जिला प्रशासन ने चुनाव प्रचार करने और ग्रामीणों पर पुष्प वर्षा के लिए हेलीकॉप्टर की अनुमति नहीं दी.
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