महाराष्ट्र की सियासी हलचल अब बॉलीवुड तक पहुंच चुकी है. महाराष्ट्र के पॉलिटिकल ड्रामे पर फिल्म बनाने के लिए फिल्ममेकर्स की होड़ लगी है. फिल्म के टाइटल के लिए कई फिल्ममेकर्स, इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPPA) को अप्रोच कर रहे हैं.
मिड डे की रिपोर्ट के मुताबिक, बड़े-बड़े प्रोडेक्शन हाउस जैसे टी-सीरीज, इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन को जल्द से जल्द फिल्म का टाइटल रजिस्टर करने के लिए अप्रोच कर रही है. IMPPA के सुत्रों के मुताबिक कुछ फिल्म मेकर्स ने फिल्म का टाइटल ‘चाणक्य का खेल’, अघाड़ी, महायुति और साहेब के नाम से रजिस्टर करने के लिए अप्रोच किया है.
पिछले एक हफ्ते में टाइटल के रजिस्ट्रेशन के लगभग 5-10 आवेदन रोजाना आ रहे हैं.
हालांकि फिल्म का टाइटल रजिस्टर कराना एक लंबा प्रोसेस है, जिसमें एक एप्लीकेशन पर लगभग 45 से 50 दिन का वक्त लगता है. इस प्रोसेस को जल्द से जल्द करने के लिए 3,000 रुपये की प्रीमियम फीस लगती है. जो कि कई बड़े प्रोडक्शन हाउस दे चुके हैं. जिसमें उन्हें एक महीने का लंबा इंतजार न करना पड़े और एक हफ्ते में जवाब मिल जाए.
अगस्त में क्विंट ने आपको ये जानकारी दी थी कि, कम से कम 20 से 30 प्रोड्यूसर्स ने आर्टिकल 370 और आर्टिकल 35A के लिए टाइटल बुक करने के लिए अप्रोच किया था. जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के खत्म होने के बाद फिल्म मेकर्स ने ‘कश्मीर हमारा है’, धारा 370 और धारा 35A को रजिस्टर कराने की मांग की थी.
मार्च में मुंबई के कई प्रोडक्शन हाउस में पुलवामा टाइटल को रजिस्टर कराने की होड़ लगी थी. ये फिल्म पुलवामा हमले और बालाकोट एयर स्ट्राइक पर आधारित फिल्म है.
इतना ही नहीं, प्रोड्यूसर विंग कमांडर पायलट अभिनंदन वर्तमान के नाम पर भी टाइटल को रजिस्टर करा लेना चाहते हैं, जिन्हें पाकिस्तान ने अपने कब्जे में कैद कर लिया था और बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया.
कम से कम पांच प्रोडक्शन हाउस के लोग उन फिल्मों के टाइटल को रजिस्टर कराने पहुंचे थे, जिन्हें वो भविष्य में बनाने की प्लानिंग करते.
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