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मनीषा कोइराला: ‘सौदागर’ की मासूमियत से लस्ट स्टोरीज की बोल्डनेस तक

आज है मनीषा कोइराला का जन्मदिन

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फिल्म 'सौदागर' की मासूम सी एक लड़की से लेकर लस्ट स्टोरीज में एक बेबाक और बोल्ड किरदार तक का सफर तय करने वाली मनीषा कोइराला का आज जन्मदिन है. अपने फिल्मी करियर में मनीषा ने कई उतार-चढ़ाव देखे, कभी रुपहले पर्दे पर चमकीं तो कभी उनकी जिंदगी में अंधेरा-ही अंधेरा था. वक्त ने ऐसा सितम भी किया कि मनीषा को अपनी जिंदगी के लिए एक लंबी जंग लड़नी पड़ी.

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कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से लड़कर मनीषा ने एक बार फिर जिंदगी शुरू की. कई बार गिरीं और संभली और एक बार फिर मनीषा ने वापसी की, पिछले साल 'डियर माया' से बॉलीवुड में कमबैक करने के बाद मनीषा कोइराला के करियर की गाड़ी एक बार फिर चल पड़ी है.

राजकुमार हीरानी की फिल्म 'संजू' में संजय दत्त की मां नरिगस का किरदार जिस संजीदगी से उन्होंने निभाया, जिसे देखकर लोग भी दंग रहे हैं.

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रोल भले ही छोटा था, लेकिन मनीषा ने खुद को नरगिस के किरदार में ऐसा ढाला कि उन्होंने ये साबित कर दिया कि उनकी एक्टिंग पर उम्र का कोई असर नहीं है. वहीं वेब सीरीज 'लस्ट स्टोरी' में एक बोल्ड महिला का किरदार निभाया, जो अपने पति के बेस्ट फ्रेंड के साथ ही रिश्ता रखती है.

चल पड़ी है करियर की गाड़ी

90 के दशक में दर्शकों के दिलों पर राज करने वाली मनीषा कभी कैंसर से गुजरीं तो कभी उनकी शादी टूटने के बाद वो बिखरी भीं. लेकिन आज वो मजबूती से दुनिया के सामने खड़ी हैं. मनीषा अब यूएस की क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज आईविटनेस के हिंदी रीमेक में तो नजर आएंगी ही, साथ ही उनके लिए संजय दत्त के साथ 'प्रस्थानम' नाम की एक और फिल्म तैयार है.

मनीषा कोइराला का जन्म 16 अगस्त 1970 को नेपाल के काठमांडू में हुआ था. उनकी पहली फिल्म फिल्म 1991 में सौदागर थी.

'अब किसी को दिल नहीं दुखाने दूंगी'

मनीषा कोइराला की शादी नेपाल के बिजनेसमैंन सम्राट दहाल से 19 जून 2010 को हुई थी. लेकिन ये शादी ज्यादा दिन नहीं टिक सकी और 2012 में इस जोड़ी ने तलाक ले लिया. इसके बाद से उनकी जिंदगी में खालीपन छा गया.

पिछले दिनों शादी की बात पर उनका बयान भी आया. उन्होंने कहा कि अब जिंदगी में उन्हें प्यार का इंतजार नहीं है. "शायद स्त्री-पुरुष वाला प्यार मेरी किस्मत में नहीं है. अच्छा है. दोबारा किसी गलत रिश्ते में पड़ने से बेहतर मैं इस कड़वे सच को स्वीकार कर लूंगी. मैं कभी किसी पुरुष को मुझे दुखी करने की इजाजत नहीं दूंगीं.

कैंसर से लड़ाई

मनीषा को शादी टूटने के बाद साल 2012 में ही एक और झटका लगा, जब उन्हें पता चला कि उन्हें कैंसर हो गया है. इलाज के लिए मनीषा अमेरिका गईं और कैंसर से लंबी जंग लड़ी और जीतकर वापस आईं.

उन्होंने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए अब एक किताब भी लिखी है- 'द बुक ऑफ अनटोल्ड स्टोरीज'. इस किताब में उन्होंने अपने कैंसर के अनुभवों को शेयर किया है. मनीषा का कहना है कि ये किताब कैंसर से ऊबर चुके और कैंसर से जूझ रहे लोगों के प्रेरित करेगी.

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