बॉलीवुड एक्ट्रेस मनीषा कोइराला का कहना है कि अब जिंदगी में उन्हें प्यार का इंतजार नहीं है. उन्होंने कहा, "शायद स्त्री-पुरुष वाला प्यार मेरी किस्मत में नहीं है. अच्छा है. दोबारा किसी गलत रिश्ते में पड़ने से बेहतर मैं इस कड़वे सच को स्वीकार कर लूंगी. मैं कभी किसी पुरुष को मुझे दुखी करने की इजाजत नहीं दूंगीं.
मनीषा ने कहा, "चाहे मेरी निजी जिंदगी हो या मेरा करियर, मैं अब ऐसे समय में किसी गलत स्थिति का सामना नहीं कर सकती जब भगवान ने मुझे दूसरा मौका दिया है .
“मेरी दुनिया अलग हो गई थी, लेकिन फिर अनुभव ने मुझे और समझदार और सहनशील बनाया. जब आपका जीवन खतरे में होता है, आपको जिंदगी की असली कीमत तभी समझ में आती है.
फिल्म 'संजू' में मनीषा संजय की मां नरगिस दत्त का किरदार निभा रहा हैं. नरगिस की मौत कैंसर से हुई थी, और मनीषा खुद इस बीमारी की शिकार हो चुकी हैं. अपने रोल के बारे में बात करते हुए मनीषा ने कहा, "यह आसान नहीं था. उस दर्द, परेशानी और पीड़ा को दोबारा जीना आसान नहीं था. नरगिस जी का किरदार निभाने के लिए बहुत ज्यादा आत्मिक शक्ति की जरूरत होती है. लेकिन अंत में सब काम आया क्योंकि नरगिस जी एक प्रतिष्ठित हस्ती थीं. मैंने उन्हें जीने की कोशिश की है. मात्र उनके जैसा दिखना और उनके जैसे बाल संवारना ही काफी नहीं है."
“मुझे उनका स्वभाव, उनकी रूह को समझना था, मेरी कोशिश कितनी सफल हुई है, इसका पता जल्द लग जाएगा.
मनीषा का कहना है कि उनका ज्यादातर समय फिल्मों में उनके किरदारों की तैयारी करने में बीतता है. 'संजू' में अपनी शॉर्ट रोल पर मनीषा ने सफाई देते हुए कहा है कि "'संजू' में शायद सभी महिला कलाकारों का किरदार रणबीर से छोटा है. रणबीर कपूर ने संजय दत्त का किरदार निभाया है जिनके ऊपर फिल्म बनी है.
मनीषा संजय दत्त के साथ 'प्रस्थानम' नाम की एक और फिल्म कर रही हैं. उन्होंने कहा कि होने के छोटा होने के बावजूद फिल्म में मेरा किरदार मजबूत है.
मनीषा किताब लिख रही हैं. यह किताब कैंसर में बचे या उन लोगों को प्रेरित करेगी जो यह सोचते हैं कि उन्हें नई जिंदगी मिली है.
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(इनपुट:IANS)
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