“सुशांत सिंह राजपूत के चेहरे से कोई भी बता सकता है कि वो मासूम और अच्छे इंसान थे...” ये टिप्पणी बॉम्बे हाईकोर्ट ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े एक मामले पर सुनवाई के दौरन की. बॉम्बे हाईकोर्ट सुशांत की बहनों की एक याचिका पर सुनवाई कर रहा था. कोर्ट ने इस मामले पर अपना फैसला सुरक्षित रखा है.
बॉम्बे हाईकोर्ट की जस्टिस एसएस शिंदे और एमएस कार्निक की बेंच सुशांत की बहनों- प्रियंका सिंह और मीतू सिंह की तरफ से दाखिल याचिका पर सुनवाई कर रही थी. NDTV में छपी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, सुनवाई के दौरान जस्टिस शिंदे ने 'एम एस धोनी' फिल्म में सुशांत के काम की तारीफ की.
“जो भी केस था.. सुशांत सिंह राजपूत के चेहरे से दिखता था कि वो मासूम हैं, और अच्छे इंसान हैं. उन्हें सभी पसंद करते थे, खासकर ‘एम एस धोनी’ फिल्म में.”जस्टिस शिंदे ने कहा
सुशांत की बहनों ने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को खारिज करने की मांग को लेकर याचिका दाखिल की है. रिया चक्रवर्ती ने दोनों बहनों और एक डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी, जिसके बाद बांद्रा पुलिस ने 7 सितंबर को उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की. शिकायत में कहा गया है कि डॉक्टर और बहनों ने अपने भाई के लिए एंटी-डिप्रेसेंट दवाई के लिए एक जाली प्रिस्क्रिप्शन तैयार करवाया.
किसी नतीजे पर नहीं पहुंची सीबीआई?
कुछ दिनों पहले बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सुशांत मामले पर सीबीआई का जवाब शेयर किया था. स्वामी ने ट्विटर पर बताया कि सुशांत सिंह केस को लेकर मेरे सवालों को लेकर अब सीबीआई की तरफ से जवाब दिया गया है. इस ट्वीट के साथ उन्होंने सीबीआई की चिट्ठी भी पोस्ट की थी.
सीबीआई ने जवाब में कहा था कि सभी तथ्यों को लेकर जांच जारी है. फिलहाल अब तक किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
सीबीआई की जांच को लेकर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख भी सवाल उठा चुके हैं. उन्होंने कहा था कि सीबीआई को अब जांच का खुलासा कर बता देना चाहिए कि सुशांत ने सुसाइड किया या उनकी हत्या हुई.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)