वीडियो एडिटर: पूर्णेन्दु प्रीतम
बुधवार, 10 फरवरी को उन्नीस साल की मान्या सिंह को वीएलसीसी फेमिना मिस इंडिया 2020 रनर-अप का ताज पहनाया गया. लेकिन उन्होंने सिर्फ ताज नहीं जीता, उनकी प्रेरणादायक कहानी ने बहुतों का दिल भी जीत लिया. पिज्जा हट में काम करने से लेकर अपनी पढ़ाई के लिए पैसे जुटाने तक मान्या ने इस जिंदगी के लिए बहुत संघर्ष किया है.
“मेरे माता-पिता हैरान थे जब मैंने उन्हें बताया कि मैं मिस इंडिया में भाग लेना चाहती हूं. वे इस पेशे के बारे में आश्वस्त नहीं थे क्योंकि मैं जहां से आती हूं, लड़कियों की या तो शादी हो जाती है या सरकारी नौकरी करती हैं. मेरी मां ने मुझे कहा था- ‘औकात से बढ़कर सपने नहीं देखने चाहिए’,मान्या सिंह, मिस इंडिया रनर अप
मॉडल बनने के सपने को साकार करना इतना आसान नहीं था लेकिन उन्होंने सभी मुश्किलों को नजरअंदाज करते हुए खुद पर भरोसा किया.
मान्या बचपने से ही इस सपने को देखती आ रही थीं. वो इस बात को लेकर आश्वस्त थीं कि वो एक सामान्य जीवन नहीं जी सकती और अपनी पृष्ठभूमि को अपने बड़े सपने के आड़े नहीं आने देंगी. उन्होंने संघर्ष किया लेकिन कभी हार नहीं मानी. यहां तक कि जब उनके आसपास के लोगों ने उनका मनोबल गिराने की कोशिश की, तो भी उन्होंने हौसला नहीं खोया और आगे बढ़ती गईं.
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