बॉलीवुड एक्टर कंगना रनौत ने नागरिकता कानून पर चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा पर कहा कि ये प्रदर्शन का हिस्सा नहीं होना चाहिए. अपनी आने वाली फिल्म 'पंगा' के ट्रेलर लॉन्च पर जब कंगना से प्रदर्शन को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, 'अगर आप किसी चीज के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, तो हिंसा इसका हिस्सा नहीं होना चाहिए. हमारी केवल 3-4 फीसदी पॉपुलेशन टैक्स देती है, बाकी सब उसी पर बढ़ रही हैं. तो बसों-ट्रेनों को जलाने और हंगामा खड़ा करने का अधिकार आपको किसने दिया? इसकी जांच होनी चाहिए.'
‘जब देश में ब्रिटिश राज था, जिन लोगों ने हमें बंदी बनाया हुआ था, तब उनके खिलाफ इस तरह स्ट्राइक पर जाना, देश बंद करा देना, बड़ी कूल चीजें हुआ करती थीं. लेकिन अब, लोकतंत्र में, जो लीडर आए हैं वो इटली या जापान से तो आए नहीं हैं, आप ही के बीच के इंसान हैं. तो अपने घोषणापत्र में लिखकर, जिन शर्तों पर उन्होंने सत्ता पाई है, तो क्या वो लोकतंत्र नहीं है?’कंगना रनौत, एक्टर
कंगना ने हिंसा के दौरान जलाई गई बसों पर कहा कि एक-एक बस 90 लाख की होती है, जिस देश में लोग कुपोषण से मर रहे हैं, वहां हिंसा गलत है. कंगना ने कहा कि लोकतंत्र होने के बावजूद, हम आजादी से पहले वाले भारत में अटके हैं.
इससे पहले, द टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में कंगना ने CAA पर चुप्पी साधने पर बॉलीवुड एक्टर्स की आलोचना की थी. कंगना ने कहा था, 'मुझे इस बात का कोई भ्रम नहीं है कि बॉलीवुड कायरों से भरा हुआ है. वो बस दिन में 20 बार खुद को शीशे में देखते हैं और जब उनसे कुछ पूछो तो कहते हैं कि उनके पास बिजली है, बाकी सुविधाएं हैं, तो उन्हें देश के बारे में परेशान क्यों होना चाहिए.'
अनुराग कश्यप, अनुभव सिन्हा, स्वरा भास्कर, रिचा चड्ढा जैसे बॉलीवुड सितारे शुरू से नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध कर रहे हैं.
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