संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' इन दिनों लगातार राजपूती संगठनों और राजनीतिक दलों का विरोध झेल रही है. इसी बीच सेंसर बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने फिल्म के खिलाफ विरोध को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि पहले भी तो पद्मावती पर फिल्में बनीं है, तब क्यों विरोध प्रदर्शन नहीं हुए?
सेंसर बोर्ड जिम्मेदार है और उसे पता है कि क्या पास करना है और क्या काटना है. बिना किसी फिल्म को देखे, उसके खिलाफ विरोध करना गलत है.पहलाज निहलानी, सेंसर बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष
प्रसून जोशी ने किया संजय लीला भंसाली का सपोर्ट
सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने भंसाली का समर्थन किया और सेंसर बोर्ड के सदस्य अर्जुन गुप्ता की राय को उनकी निजी राय बताया.
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संजय लीला भंसाली के खिलाफ सेंसर बोर्ड के सलाहकार पैनल के सदस्य ने अपना व्यक्तिगत द्दष्टिकोण व्यक्त किया. ये किसी भी तरह से एक संगठन या सेंसर बोर्ड के द्दष्टिकोण को नहीं दर्शाता. हम व्यक्ति और कलाकार के रूप में भंसाली का सम्मान करते हैं.प्रसून जोशी, सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष
सेंसर बोर्ड के सदस्य ने गृहमंत्री को लिखी थी चिट्ठी
सेंसर बोर्ड के सदस्य अर्जुन गुप्ता ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिखी थी और भंसाली पर देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की थी. उनका आरोप है कि इस फिल्म में पद्मावती की छवि खराब की जा रही है.
तथ्यों को लेकर भंसाली दे चुके हैं सफाई
बार-बार तथ्यों को लेकर हो रहे विवाद पर संजय लीला भंसाली सफाई देने के लिए खुद सामने आए हैं. उन्होंने एक वीडियो जारी कर बताया कि पद्मावती और अलाऊद्दीन खिलजी के बीज कोई ड्रीम सीक्वेंस नहीं है.
'पद्मावती' में दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह लीड रोल में हैं. ये फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज हो रही है.
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