ADVERTISEMENTREMOVE AD

‘जबरिया जोड़ी’ का ट्रेलर रिलीज, बिहार के पकड़वा विवाह की है कहानी

इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा अभय सिंह नाम के एक गुंडे के किरदार में हैं,

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
बिहार में तीन तरह से जोड़ियां बनती हैं, हिम्मतवालों की अरेंज जोड़ी.. किस्मत वालों की लव जोड़ी और दहेज के लालचियों की...’जबरिया जोड़ी’ 

सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा की फिल्म ‘जबरिया जोड़ी’ का ट्रेलर इसी डायलॉग के साथ शुरू होता है. ‘जबरिया जोड़ी’ एक रोमांटिक कॉमेडी है, जो बिहार के 'पकड़वा विवाह' पर आधारित है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा अभय सिंह नाम के एक गुंडे के किरदार में हैं, जो लड़कों को किडनैप कर बंदूक की नोंक पर जबरन शादी कराता है. इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा के अपोजिट परिणीति चोपड़ा मुख्य किरदार में हैं. दूसरों को अगवा कर शादी कराने वाला अभय खुद तब मुसीबत में पड़ जाता है, जब उसको अगवा कर जबरन शादी कराई जाती है.

ये फिल्म 2 अगस्त को रिलीज हो रही है. फिल्म का निर्देशन प्रशांत सिंह ने किया है.

पकड़वा विवाह है क्‍या?

बिहार के कुछ इलाकों में लड़कों को शादी के मकसद से अगवा करने की खबरें हमने पहले काफी सुनी हैं. लड़की वाले लड़कों को अगवा कर उनकी जबरन शादी करा देते थे. लड़के और उनके परिवारवालों पर इस शादी को 'मान्‍यता देने' का दबाव बनाया जाता था. कई बार इस तरह बनाई गई जोड़ि‍यों की शादी आगे चलकर कामयाब हो जाती, लेकिन कुछ मामलों में ये शादी दोनों ही पक्षों या किसी एक पक्ष के लिए गले की फांस साबित होती है.

पकड़वा विवाह को काफी हद तक दहेज प्रथा का साइड इफेक्‍ट माना जा सकता है.समाज की अलग-अलग जातियों के हिसाब से, लड़के की काबिलियत और पद के हिसाब से हर किसी का एक अघोषि‍त ‘मार्केट रेट’ होता है. जो लड़की वाले इस रेट के हिसाब से शादी के लिए लड़के वालों की डिमांड पूरी करने में खुद को लाचार पाते हैं, वे पकड़वा विवाह जैसा शॉर्टकट इस्‍तेमाल करते हैं.

ये भी पढ़ें- बंदूक की नोक पर शादियां! आखिर क्‍यों, कैसे होते हैं पकड़वा विवाह?

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×