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‘लिपस्टिक अंडर माई बुर्का’ सेंसर बोर्ड से पास, मिला A सर्टिफिकेट

फिल्म ने ‘स्पिरिट ऑफ एशिया अवॉर्ड’ और मुंबई में लैंगिक समानता पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्‍म का ‘ऑक्सफेम अवॉर्ड जीता है

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लंबे समय से विवादों में घिरी फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' आखिरकार सेंसर बोर्ड से पास हो गई है.

प्रकाश झा की इस फिल्म को भारत में दिखाने की मंजूरी मिल गई है. विदेशों में कई फिल्म फेस्टिवल में तारीफ बटोरने वाली इस फिल्म पर सेंसर बोर्ड ने लंबे समय से रोक लगा रखी थी.

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इस फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट और कुछ सीन काटने के बाद भारत में दिखाने की इजाजत मिली है.

एफसीएटी ने सेंसर बोर्ड को निर्देश दिए थे कि फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुरका' को 'ए' सर्टिफिकेट दिया जाए, लेकिन सेसर बोर्ड ने इसे देने से इनकार कर दिया था. सेंसर बोर्ड का कहना था कि फिल्म में महिलाओं को गलत तरह से दिखाया गया है, जिससे लोगों की भावनाएं आहत हो सकती हैं.

सेंसर बोर्ड के इस फैसले से फिल्‍म के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर समेत पूरी टीम काफी निराश थी.

कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह, अहाना कुमरा और प्लाबिता बोरठाकुर जैसे कलाकारों से सजी इस फिल्म ने अपनी पहंचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनाई है. इस फिल्म ने ‘स्पिरिट ऑफ एशिया अवॉर्ड’ और मुंबई फिल्म महोत्सव में लैंगिक समानता पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए ‘ऑक्सफेम अवॉर्ड’ जीता है.

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