क्या आपको ‘दृश्यम’ फिल्म का वो डायलॉग याद है जिसमें एक ही बात पूरी फिल्म में सुनाई देती है कि क्या हुआ था 2 अक्टूबर को? इस फिल्म में अजय देवगन 2 अक्टूबर को पणजी जाते हैं और तीन अक्टूबर को लौटते हैं.
ठीक ऐसा ही कुछ फिल्म 'रेड' में होता है, जिसमें अजय देवगन अपने आईटी अधिकारियों के साथ भ्रष्ट नेता के खिलाफ छापेमारी करते हैं. ये पूरा सिलसिला 9 अक्टूबर,1981 से शुरू होकर पूरा 12 अक्टूबर तक चलता है.
फिल्म की कहानी 1981 में लखनऊ में पड़े एक हाई प्रोफाइल छापे की सच्ची घटना पर आधारित है. इसमें एक निडर इंडियन रेवेन्यू सर्विस (आईआरएस) का ऑफिसर अभय पटनायक (अजय देवगन) सांसद रामेश्वर सिंह उर्फ राजाजी सिंह (सौरभ शुक्ला) के यहां अपनी पूरी टीम के साथ छापा मारता है.
फिल्म के कुछ डायलॉग दमदार हैं. अजय देवगन शराब का गिलास हाथ में उठाते हुए बोलते हैं, ‘‘मैं वही पीता हूं, जो खरीद सकता हूं.’’ ये फिल्म में जान डाल देता है.
अगर फिल्म की बात की जाए, तो इसकी शुरुआत बहुत ही दिलचस्प है. अजय देवगन का 'संस्कारी रोल' ये कहने पर मजबूर कर देता है कि वो अपने किरदारों को खास अंदाज में जीते हैं. फिल्म में उन्होंने दिखा दिया कि रोल चाहे वर्दी वाले हीरो का हो या बिना वर्दी वाले हीरो का, उनका कमाल देखते ही बनता है.
सौरभ शुक्ला के मस्ती भरे अंदाज ने फिल्म की कहानी को एक नया रंग दे दिया. कालेधन को ढूंढने की मुहिम और खराब सिस्टम से भिड़ने का जज्बा दर्शकों का दिल जरूर जीत लेगा.
फिल्म में अजय देवगन मिलते हैं ताऊजी से, जो कि एक बाहुबली, जमींदार और पिछले तीन बार से लगातार विधायक बन रहे नेता हैं. बस यहीं से शुरू होती है बेईमानी के खिलाफ ईमानदारी की लड़ाई. सुपरहिट डायलॉग के साथ अपने टशन वाले अंदाज में अजय ताऊजी के घर ‘व्हाइट हाउस’ पर छापेमारी की योजना बनाते हैं.
अमित सियाल और 85 साल की बेहतरीन एक्टर पुष्पा जोशी की वजह से फिल्म जानदार बनी रही. फिल्म के एक-एक सीन में पुष्पा जोशी ने अपनी एक्टिंग से जान डाल दी है.
पूरी फिल्म का एक ही एजेंडा है, भ्रष्टाचारी और कालेधन का खात्मा. फिल्म में ज्यादातर आपको नोटों की गड्डियां और सोने के बिस्कुट दिखाई देंगे. लेकिन काम की बात ये है कि पैसे और सोने दिखाने की बजाय फिल्म को और अच्छे ढंग से पेश करना चाहिए था, जिससे दर्शक और आकर्षित होते .
अजय देवगन ने एक परफेक्ट इमेज वाले लड़के का और इलियाना डीक्रूज ने उनकी सीधी-सादी पत्नी का रोल प्ले किया है. अपने छोटे से रोल के मुताबिक इलियाना ने भी ठीक-ठाक एक्टिंग की है. 128 मिनट की ये फिल्म थोड़ी लंबी जरूर है, लेकिन फिल्म की कहानी को जिस तरह पर्दे पर उतारा गया है, वो देखने लायक है.
मैं दे रही हूं फिल्म ‘रेड’ को 5 में से 3 क्विंट.
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