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बैड बॉय बिलिनियर्स: सूट-बूट पहनकर लोगों को लूटने वालों की कहानी

बैड बॉय बिलिनियर्स के बारे में आप सब जानते हैं लेकिन क्या इस शो में है कुछ और नया?

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लंबे इंतजार और बहुत से विवादों के बाद नेटफ्लिक्स (Netflix) ने 'बैड बॉय बिलियनियर्स' (Bad Boy Billionaires) शो 5 अक्टूबर 2020 को रिलीज कर दिया. कैसे बड़ी-बड़ी इमारतों में टाई-कोट, सूट-बूट पहनकर आम लोगों को लूटने का कारोबार चलता है, बेशुमार पैसे के पीछे के काले सच की कहानी बताने आई है ये डॉक्यूमेंट्री.

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इस सीरीज के निर्माता फ्रांसिस लॉन्गहर्स्ट और रेवा शर्मा हैं. नेटफ्लिक्स के इस शो में 3 एपिसोड हैं

  • पहली स्टोरी है किंगफिशर के मालिक विजय माल्या की "The King of Good Times", जिसका निर्देशन डायलन मोहन ग्रे ने किया है.
  • दूसरी कहानी है नीरव मोदी पर "Diamonds aren't Forever", जिसका निर्देशन जोआना हेमिल्टन ने किया है.
  • तीसरी स्टोरी है सहारा के 'सुभाश्री' सुब्रत रॉय पर "The World's Biggest Family", जिसका निर्देशन निक रीड ने किया है.
नेटफ्लिक्स इस शो को 4 एपिसोड के साथ रिलीज करना चाहता था, जिसमें चौथा एपिसोड सत्यम कंप्यूटर्स घोटाले में शामिल रामालिंगा राजू पर आधारित है. लेकिन अभी ये एपिसोड इस स्ट्रीमिंग सर्विस पर मौजूद नहीं है.

ये डॉक्युसीरीज 3 घंटे की है, चूंकि ये वास्तविक घटनाओं पर आधारित है, इसलिए अगर आपने उस जमाने में इन केस की न्यूज को अच्छे से फॉलो किया होगा तो शायद ये शो आपके उतने काम का नहीं है. लेकिन अगर आप इन केस के बारे में ज्यादा नहीं जानते, तब ये शो आपको काफी कुछ सिखाएगा. इस शो के हर एपिसोड का निर्देशन अलग-अलग निर्देशक ने किया है. जाहिर है फ्रॉड या धोखाधड़ी के रास्ते अलग हो सकते हैं, लेकिन कहानी एक सी लगती है- ‘विश्वास से विश्वासघात तक.’

लेकिन आप को कुछ ऐसे फुटेज देखने को मिलेंगे जो आपको इन तीनों की जिंदगी को काफी करीब से दिखाएंगे. डॉक्यूसीरीज की सबसे खास बात यही है.

ये कहानी है तीन ठगों की जिन्होंने हमारे देश और नागरिकों को ठगा.

तीनों ही कहानियों में शुरुआत में ऐसा लगता है जैसे आप किसी नेगेटिव हीरो की कहानी देख रहे हैं. लेकिन इस शो को जो खास बनाता है वो है इस शो में आए एक्सपर्ट्स, जिसमें पत्रकार, दोस्त, सहकर्मी, लेखक और इनके फ्रॉड का भंडा फोड़ने वाले शामिल हैं. जब आप धोखाधड़ी करने वालों के करीबियों से और उनपर शुरू से नजर बनाए रखने वालों से उनकी कहानी और किस्से सुनते हैं तो इसकी विश्वसनीयता बढ़ जाती है.

तीनों ही कहानियों में जो चीज कॉमन है वो है कि कैसे तीनों ही ठगों ने अपना सपना पूरा करने के लिए कैसे लोगों का पहले विश्वास जीता और धीरे-धीरे उनके विश्वास का फायदा उठाया.

"Bad Boy Billionaires" कई सवाल खड़े करती है, जैसे विजय माल्या देश छोड़ने में कामयाब कैसे रहा?, नीरव मोदी भंडा फूटने के कुछ दिनों पहले ही देश से बाहर कैसे चला गया? क्या आपने देश की मीडिया से ऐसे ही सवाल नहीं सुने?

लेकिन सबसे जरूरी और अहम सवाल खड़ा होता है भारत के बैंकिंग सिस्टम पर. विजय माल्या और नीरव मोदी की कहानी दो अलग दशकों की कहानी है जिसका भांडा लगभग एक ही दशक में फूटा. लेकिन इसमें सबसे ज्यादा चिंता वाली बात है कि कैसे दोनों ही भगोड़े बैंकों को लूटने में कामयाब रहे.

कहा जाता है कि ‘दूध का जला छांछ भी फूंक कर पीता है’ लेकिन लगता है कि देश के सिस्टम को अब आदत हो गई है बार-बार जलने की. ऐसे कई घोटाले हैं जिनसे देश के सिस्टम को सबक लेना चाहिए. चाहे वो इंडियन प्रीमियर लीग के पूर्व चीफ ललित मोदी का केस हो, 1990 का मशहूर हर्षद मेहता का केस हो.

विजय माल्या, नीरव मोदी और सुब्रत रॉय ऐसे नामों में से हैं जो काफी फेमस थे और पकड़े गए. शो में दावा किया गया है कि ये सिर्फ घोटालों की पहली परत भर है, देश में ऐसे कई घोटाले हैं जो इनसे काफी बड़े हैं और जिनका पता अब तक लगाया नहीं जा सका है.

ये शो सोचने पर मजबूर करता है कि भारत के सिस्टम को और मजबूत, और कड़ा होने की जरूरत है. अगर ये तीनों दोषी साफ छवि वाले और बिना घोटाला किए बड़े बिजेनस टायकून बनते जो वो कभी थे तो देश का नाम पूरी दुनिया में यूं बदनाम न होता. साथ ही देश के लोगों का पैसा कभी न खुल सकने वालीं तिजोरी में बंद न रहता और बैंकिंग सिस्टम से देश को लाभ होता.

बदकिस्मती से ऐसे लोगों की वजह से अब हर आदमी के मन में ये खयाल जरूर रहता है कि अगर कोई आदमी बड़ा और सफल हुआ है तो जरूर इसमें धोखाधड़ी हुई होगी.

ये शो उन्हें जरूर देखना चाहिए जो विजय माल्या, नीरव मोदी और सुब्रत रॉय के बारे में सुन चुके हैं लेकिन उनकी कहानी के बारे में ज्यादा नहीं जानते, लेकिन अगर आपने इन तीनों के बारे में न्यूज में देखा है तो आपको इस शो को देखना न देखना बराबर सी बात है.

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