संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' को लेकर चल रहे विवाद के बीच फिल्म के निर्माता वायकॉम18 ने कहा कि उसने फिल्म रिलीज की तारीख खुद ही टाल दी है. अब ये विरोध की वजह से है या कुछ तकनीकी दिक्कतों की वजह से ये बात अभी तक साफ नहीं हो सकी है.
देश के कई राज्यों में फिल्म का हो रहा है विरोध
पद्मावती फिल्म पर विरोध लगातार जारी है. इससे पहले रविवार को दिल्ली में भी फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक कई जगहों पर करणी सेना समेत कई राजपूत और हिंदू संगठनों इस फिल्म का विरोध किया था.
शनिवार को राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी फिल्म रिलीज को रोकने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी से अनुरोध किया था. उन्होंने फिल्म के प्लॉट को जांचने के लिए एक कमेटी बनाने का भी सुझाव दिया है.
शनिवार को वसुंधरा राजे ने आईबी मिनिस्टर को लेटर लिखकर कहा, जब तक फिल्म में कुछ बदलाव नहीं किया जाए. तब तक इसे रिलीज नहीं किया जाए. उन्होंने लिखा समुदाय की भावनाओं को ध्यान में रखकर ऐसा किया जाए.
क्यों हो रहा है विरोध?
आरोप है कि फिल्म में इतिहास को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है. प्रदर्शनकारियों का दावा है कि वो रानी पद्मावती को देवी के तौर पर पूजते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि रनवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में राजस्थान के लोगों की धार्मिक भावनाओं को नजरंदाज किया गया है.
मांग की जा रही थी कि फिल्म को या तो बैन किया जाए या फिल्म के विवादित हिस्से को हटाने के बाद ही ये बड़े पर्दे पर दिखाया जाए. प्रदर्शनकारियों ने ये भी मांग की है कि पहले ये फिल्म उन्हें दिखाई जाए. उनका कहना है कि इससे पता चल सकेगा कि ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है या नहीं.
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