‘प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा’
अभिनेता प्रेम चोपड़ा को सिने दुनिया में महज इस डायलॉग से पहचानने वाले तमाम कद्रदान हैं.
प्रेम 80 साल के हो गए हैं और खुद को एक्टिंग के लिए आज भी जवां मानते हैं. क्या फ़िल्म इंडस्ट्री उनके साथ आज भी काम करने को तैयार है? इस सवाल के जवाब में प्रेम कहते हैं कि शरीर का साथ न देना और काम की कमी अक्सर लोगों को रिटायर कर देती है. लेकिन फिल्म-जगत में कोई भी कलाकार मर्जी से रिटायर नहीं होता.
‘उड़नछू’ प्रेम
प्रेम चोपड़ा ने यह बात अपनी अपकमिंग फिल्म ‘उड़नछू’ की पहली झलक के लांच पर कही. इस दौरान उनसे पूछा गया था कि 80 साल की उम्र में भी आप कैसे काम कर पा रहे हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘यह अच्छी बात है. मुझे जब तक काम मिलता रहेगा और जब तक मुझमें हिम्मत है, मैं काम करता रहूंगा. फिल्म-जगत में ऐसा कोई भी कलाकार या कोई भी तकनीशियन नहीं है, जो मर्जी से रिटायर होना चाहेगा.’
दिलीप कुमार, शशि कपूर और शम्मी कपूर उन्हीं बड़े कलाकारों में से एक हैं, जिनके शरीर ने साथ नहीं दिया और इसलिए उन्होंने काम करना बंद करना पड़ा.प्रेम चोपड़ा, अभिनेता
खलनायकों के खलनायक
हिंदी सिने-जगत के सबसे मशहूर खलनायकों में से एक प्रेम चोपड़ा ने 1960 के दशक से असंख्य फिल्मों में काम किया. वह ‘आई लव न्यूयॉर्क’ और ‘एजेंट विनोद’ जैसी हालिया फिल्मों में भी नजर आए थे.
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