डिप्रेशन जितना सुनने में बोझिल लगता है यकीन मानिए उससे कइ ज्यादा बोझिल होता है. डिप्रेशन का मतलब महज दुखी होना नहीं होता. लेकिन जब इसके साथ नाउम्मीदी, नींद न आना, भूख न लगना जैसी समस्याएं भी जुड़ जाएं तो समझिये कि आपको अब किसी से बात करने की जरूरत है. डिप्रेशन का शिकार कोई भी हो सकता है लेकिन कुछ ही लोग होते है जो खुलकर सामने आते हैं और लोगों के साथ अपने डिप्रेशन की लड़ाई का अनुभव साझा करते हैं.
एक पब्लिक फिगर होने का बोझ अपने आप में कई ज्यादा होता है और शायद इसी लिए अगर कोई भी सेलेब्रिटी अपने डिप्रेशन से बाहर आने की कहानी खुलकर बयान करता है तो उसे सारी दुनिया सुनती है और असली हीरो मानती है. तो आज हम आपको ऐसे ही लोगों के बारे में बताएंगे जो कि न केवल सुनहरे परदे के हीरो हैं बल्कि असल जिंदगी में भी हीरो हैं.
दीपिका पादुकोण
ये एक ऐसा नाम है जिसके बारे में हर कोई जानता है. इसलिए नहीं कि वो हिरोइन हैं बल्कि इसलिए भी कि दीपिका ने अपने डिप्रेशन की लड़ाई का अनुभव पूरे देश के साथ खुलकर बांटा. दीपिका के डिप्रेशन की कहानी ने लोगों को हैरान कर दिया था.
मैं जिन परिस्थितियों से गुजर रही थी मैं उसमें कभी भी आना ही नहीं चाहती थी. वो कहते हैं न कि हर समस्या का समाधान आपके खुद के ही पास होता है, मैंने अपनी ताकत को अपने अंदर और उन लोगों के अंदर पाया जिन्होंने मुझे ये एहसास दिलाया कि वो हमेशा मेरी हर लड़ाई में मेरे साथ हैं.दीपिका पादुकोण, एक्ट्रेस
न केवल वो खुद विजेता की तरह इस मुसीबत से बाहर आईं बल्कि इस समस्या से जूझ रहे कई लोगों के लिए मार्ग दर्शन का काम भी किया. दीपिका की ‘लिव लव लाफ फाउंडेशन’ ने कई जगहों पर जाकर लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरुक किया.
करण जौहर
फिल्मों में नामुमकिन प्यार को मुमकिन करने वाले करण जौहर की खुद की लड़ाई काफी परेशान कर देने वाली थी. साल 2016 में एक टीवी को दिए गए इंटरव्यू में करण ने अपने डिप्रेशन से लड़ाई की बात खुलकर की.
मैंने कुछ भी महसूस करना बंद कर दिया था. मुझे नींद नहीं आती थी और मैं अजीब सा महसूस कर रहा था. मुझे लगता है कि शायद मैं अपने पिता के जाने का गम नहीं खत्म कर पा रहा था. जब आप अकेले होते हैं और आपकी जिंदगी में कोई साथी नहीं होता तो आप सोचने लगते हैं कि आपकी जिंदगी कैसे चलेगी और किस दिशा में जा रही है. जब आपके साथ कोई प्यार बांटने वाला नहीं होता तो आपको चिंता होती है.करण जौहर, फिल्म प्रोड्यूसर
करण ने भी इस लड़ाई के बाद अपनी जिंदगी दोबारा शुरू की और आज करण जौहर दो बच्चों के पिता हैं.
इलियाना डिक्रूज
रुस्तम की एक्ट्रेस इलियाना डिक्रूज ने भी एक ऑनलाइन पोर्टल को दिए इंटरव्यू में अपने डिप्रेशन की कहानी साझा की. इलियाना ने कहा,
मुझे लगता है कि सभी को अपने मेन्टल हैल्थ का चैकअप जरूर कराना चाहिए. एंजाइटी मेरे लिए एक बड़ी समस्या रही है, लेकिन मुझे लगता है कि मेरी एक लंबी लड़ाई डिप्रेशन के साथ रही है. मेरा डिप्रेशन मेरी निजी जिंदगी को लेकर था.इलियाना डिक्रूज, एक्ट्रेस
शाहरुख खान
बॉलीवुज के बादशाह खान भी इस डिप्रेशन से नहीं बच पाए. शाहरुख ने खुद एक अखबार को बताया कि वो डिप्रेशन का शिकार हो चुके हैं. शाहरुख का डिप्रेशन किसी ब्रेकअप या अपने करियर की वजह से नहीं बल्कि उनके कंधे की सर्जरी के बाद हुआ था.
मैं अंदर से खुद को काफी स्वस्थ महसूस कर रहा हूं. मेरे ऑपरेशन के बाद मैं डिप्रेशन में चला गया था. लेकिन मैं अब इससे बाहर हूं. मैं खुश महसूस करता हूं.शाहरुख खान, एक्टर
अनुष्का शर्मा
अनुष्का शर्मा जितनी खुशदिल दिखाई देती हैं उतनी ही जिंदादिल इंसान भी हैं. लेकिन 2015 में अनुष्का ने भी अपनी मेंटल हेल्थ से काफी लड़ाई लड़ी है और अभी तक लड़ती जा रही हैं. अनुष्का भले ही डिप्रेशन की शिकार न हों लेकिन अनुष्का एंजाइटी से जूझ रही हैं. अनुष्का इसके बारे में खुलकर बोलती भी हैं और उनका मानना है कि डिप्रेशन सर के दर्द जितना ही आम है.
टाइगर श्रॉफ
टाइगर को अपनी फिल्म फ्लाइंग जट के फ्लॉप होने के बाद एक महीने तक डिप्रेशन का सामना करना पड़ा. टाइगर का मानना है कि वो एक महीने तक काफी परेशान रहे और उसी दौरान उन्होंने मुन्ना माइकल की शूटिंग भी शुरू कर दी.
लेकिन जब तक उन्होंने अपनी फिल्म का पहला शेड्यूल खत्म किया, तब तक वो निश्चय कर डिप्रेशन से अपनी लड़ाई लड़ चुके थे.
मनीषा कोयराला
शराब की लत से पीछा छुड़ाने के बाद और कैंसर से अपनी जिंदगी की जंग जीतने के बाद मनीषा कोयराला ने डिप्रेशन से अपनी लड़ाई लड़ी. मनीषा के डिप्रेशन का कारण उनके पूर्व पति को माना जाता है. मनीषा ने अपने फेसबुक पर अपने हाल को बयान करते हुए लिखा,
दोस्तोम की परछाईयां भी अब कहीं पीछे छूटती नजर आ रही हैं.... क्या वो लोग कभी मेरे देस्त थे भी जिनके साथ मैंने जन्मों के वादे किए? निराश.. हां मैं निराश तो हूं... लेकिन जिंदगी मुझे जीने की नई वजह नए दोस्त देगी.... आशा करती हूं की इस बार सब अच्छा ही होगा.
जिंदगी में इस तरह की जंग जीतने के बाद अब मनीषा अपनी जिंदगी में खुश हैं.
आशा पारेख
इस लिस्ट में शुमार ये नाम सभी को हैरान कर देता है. पुराने जमाने की मशहूर अदाकारा आशा पारेख ने अपनी जिंदगी के इस पहलू को एक लंबे समय तक सबसे छुपा कर रखा. लेकिन हालही में कुछ दिन पहले आशा ने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि,
जब मेरे माता पिता का देहांत हुआ तो वो मेरे लिए एक बहुत बुरा वक्त था. मैं बिल्कुल अकेली पड़ गई थी और सब कुछ मुझे अकेले ही करना था. इसी वजह से मैं डिप्रेशन में चली गई थी. मुझे हमेशा ही आत्महत्या के ख्याल आते रहते थे. लेकिन मुझे इससे बाहर आना था. मैने डॉक्टरों की मदद से यह लड़ाई लड़ी.आशा पारेख
आशा के मुताबिक, एक एक्टर को फैंस का प्यार तो मिलता है लेकिन वो हमेशा अकेले होते हैं.
हम आशा करते हैं की अगर आप भी किसी ऐसी समस्या से जूझ रहे हैं तो ये कहानियां सुनकर आपको अपने हालात से लड़ने की प्रेरणा मिलेगी.
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