निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म बाजीराव मस्तानी ने बॉक्स ऑफिस से लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त हलचल मचा दी है.
ये फिल्म पेशवा बाजीराव और मस्तानी की प्रेम कहानी को बताती है लेकिन अगर इतिहास की ओर देखें तो मस्तानी के बारे में दो अलग-अलग कहानियां नजर आती हैं.
आइए जानें क्या कहता है इतिहास -
क्या कहती है पहली मान्यता
इतिहासकारों के बीच पहली मान्यता ये है कि मस्तानी पेशवा बाजीराव प्रथम की मुस्लिम प्रेयसी थीं जिनसे उन्हें एक नाजायज संतान शमशेर बहादुर भी हुई. ये मान्यता कहती है कि बाजीराव और मस्तानी के रिश्ते ने पेशवा के ब्राह्मण चितपावन समुदाय में काफी सनसनी फैला दी.
इस समुदाय ने बाजीराव के शराब पीने और मांस खाने की आदतों के लिए भी मस्तानी को जिम्मेदार ठहराया. कुछ लोगों का कहना है कि बाजीराव की मौत के बाद मस्तानी ने आत्महत्या कर ली थी वहीं कुछ लोगों का मानना है कि बाजीराव की मौत के बाद मस्तानी को गहरा सदमा पहुंचा था जिससे वह मर गईं. वहीं कुछ लोगों का ये भी मानना है कि मस्तानी बाजीराव के साथ ही सती हो गईं.
क्या कहती है दूसरी मान्यता
स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क प्रेस कहती है कि मस्तानी बुंदेलखंड के राजा छत्रसाल और उनकी मुस्लिम पत्नी से जन्मी पुत्री थीं. ये मान्यता कहती है कि मस्तानी और बाजीराव की शादी अकबर और जोधाबाई की तरह हुई थी.
बाजीराव ने राजा छत्रसाल के राज्य को मुगलों के आक्रमण से बचाया जिसके बाद मस्तानी बाजीराव की दूसरी पत्नी बनीं.
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